Ram Mandir: दिग्विजय सिंह का बड़ा हमला, बोले- बीजेपी का मकसद मस्जिद गिराना था, मंदिर बनाना नहीं

Ram Mandir: कांग्रेस सांसद ने कहा, ‘‘कांग्रेस कभी भी अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का विरोध नहीं किया। भाजपा और विश्व हिंदू परिषद का मकसद मंदिर निर्माण नहीं, मस्जिद गिराना था।

Update: 2024-01-17 13:53 GMT
Digvijay Singh (photo: social media )

Ram Mandir: राम मंदिर पर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा का उद्देश्य राम मंदिर बनाना नहीं, बल्कि मस्जिद तोड़ना था। मध्य प्रदेश के रीवा के सर्किट हाउस में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान कांग्रेस नेता ने कहा कि 1857 की लड़ाई में अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ हिंदू-मुस्लिम साथ खड़े हुए थे। उन्होंने कहा कि अयोध्या में 1850 से निर्मोही अखाड़ा काबिज था। सब कुछ ठीक चल रहा था। जब भाजपा चुनाव हार रही थी तो मंदिर-मस्जिद करना शुरू कर दिया। इनका उद्देश्य मस्जिद तोड़ना था, मंदिर बनाना नहीं।

कांग्रेस ने कभी भी राम मंदिर निर्माण का विरोध नहीं किया।

कांग्रेस सांसद ने कहा, ‘‘कांग्रेस ने कभी भी अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का विरोध नहीं किया। भाजपा और विश्व हिंदू परिषद का मकसद मंदिर निर्माण नहीं, मस्जिद गिराना था। क्योंकि जब तक मस्जिद नहीं गिरेगी तब तक मुद्दा हिंदू-मुसलमान का नहीं बनता। अशांति फैला कर राजनीतिक लाभ लेना उनकी रणनीति है। इसीलिए उनका नारा था- ‘राम लला हम आयेंगे मंदिर वहीं बनायेंगे‘। अब वहां क्यों नहीं बनाया? जब सुप्रीम कोर्ट ने विवादित भूमि न्यास को दे दी थी।

उठाया सवाल, कही यह बात

दिग्विजय सिंह ने कहा, पोस्टर में जब नारा दिया गया था- ‘राम लला आएंगे मंदिर वहीं बनाएंगे‘ तो अब न्यायालय के आदेश पर उस भूमि पर मंदिर क्यों नहीं बनाया जा रहा? केवल विवादित भूमि में निर्माण के लिए न्यायालय के फैसले तक इंतजार करने के लिए कहा गया था। गैर विवादित भूमि पर भी भूमि पूजन राजीव जी के समय हो गया था, नरसिम्हा राव जी ने राम मंदिर निर्माण के लिए गैर विवादित भूमि का अधिग्रहण भी कर दिया था।

जैसे-जैसे रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का समय नजदीक आता जा रहा है। वैसे-वैसे राजनीति भी गरमाती जा रही है। विपक्ष इसे बीजेपी का कार्यक्रम बता रहा है। वहीं राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में आने से भी विपक्ष ने इंकार कर दिया है। 

Tags:    

Similar News