Congress president election: दिग्विजय सिंह लड़ेंगे कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव, कल कर सकते हैं नामांकन

कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव दिलचस्प हो गया है। अब मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का नाम सामने आ गया है।

Update: 2022-09-28 11:37 GMT

दिग्विजय सिंह (Pic: Social Media) 

Congress President Election:  राजस्थान में सियासी संग्राम के बीच अब कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव दिलचस्प हो गया है। अब मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का नाम सामने आ गया है, दिग्विजय सिंह फिलहाल अभी राहुल गांधी के साथ 'भारत जोड़ो यात्रा' में शामिल हैं। वह आज रात तक राजधानी दिल्ली पहुंच सकते हैं और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद चुनाव लड़ने की घोषणा कर सकते हैं। कहा जा रहा है कि कल अपना नामांकन दाखिल कर सकते हैं। इससे पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सांसद शशि थरूर का नाम सबसे आगे चल रहा था, लेकिन राजस्थान कांग्रेस में हुई बगावत के बाद तक अशोक गहलोत अब बैकफुट पर हैं और उनका नाम पीछे हो गया है। हालांकि शशि थरूर अभी भी चुनाव लड़ने की रेस में बरकरार हैं। खबर यह भी है की जितने भी उम्मीदवार होंगे वह 30 सितंबर को ही अपना नामांकन दाखिल करेंगे, क्योंकि रिटर्निंग ऑफिसर मधुसूदन मिस्त्री कल गुरुवार को दिल्ली से बाहर हैं। उनके दिल्ली आने के बाद सभी अपना नामांकन दाखिल करेंगे।

बता दें ज़ब से अशोक गहलोत इस रेस से बाहर हुए हैं तभी से दिग्विजय सिंह का नाम सुर्खियों में था। उनके साथ मल्लिकार्जुन खड़गे, केसी वेणुगोपाल और मुकुल वासनिक का नाम तेजी से चल रहा था। यह चारों नेता गांधी परिवार के बेहद करीबी हैं और भरोसेमंद भी। अब यह कहा जा रहा है कि दिग्विजय सिंह के नाम पर सहमति है और वह कल अपना नामांकन पत्र खरीदेंगे।

दिग्विजय सिंह के पास लंबा संगठनात्मक और प्रशासनिक अनुभव है।  वह दो बार मध्य प्रदेश के सीएम रह चुके हैं, राज्यसभा, लोकसभा के सांसद के साथ पार्टी महासचिव जैसे अहम पद भी रह चुके हैं। वह गांधी परिवार के भरोसे मंद सिपाही हैं और गांधीवादी नेता की उनकी पहचान है। वह बीजेपी, आरएसएस पर हमलावर रहने वाले दिग्विजय सिंह मुखर रहने वाले नेता माने जाते हैं, वहीं केरल के तिरुवंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर का नाम इस चुनाव के लिए सबसे ज्यादा चर्चित है। शशि थरूर अपने व्यक्तित्व के लिए जाने जाते हैं। देश के साथ विदेश में भी उनकी पहुंच है. वह लगातार तीसरी बार सांसद चुने गए हैं हालांकि उनका सबसे कमजोर पक्ष या है कि कांग्रेस के असंतुष्ट धड़े जी-23 का वह हिस्सा रहे हैं इस वजह से उनकी दावेदारी कमजोर मानी जाती है।

दिग्विजय सिंह का सियासी सफर

28 फ़रवरी 1947 को मध्य प्रदेश के इंदौर में राज परिवार में जन्मे दिग्विजय सिंह मध्य प्रदेश के 15 मुख्यमंत्री रहे. वह दो बार (7दिसंबर 1993 और 8 दिसंबर 2003) तक 10 साल मुख्यमंत्री रहे। दिग्विजय सिंह सक्रिय राजनीति में 1971 में आये, जब वह राघोगढ नगरपालिका अध्यक्ष बने। 1977 में काँग्रेस टिकट पर चुनाव जीत कर रागोगढ़ विधान सभा क्षेत्र से विधान सभा सदस्य बने। 1978-79 में दिग्विजय को प्रदेश युवा काँग्रेस का महासचिव बनाया गया। 1980 में वापस रागोगढ़ से चुनाव जीतने के बाद दिग्विजय को अर्जुन सिंह मंत्रिमंडल में राज्यमंत्री का पद दिया गया तथा बाद में कृषि विभाग दिया गया। 1984, 1992 में दिग्विजय को लोकसभा चुनाव में विजय मिली। पहली बार 1993 और दूसरी बार 1998 में इन्होंने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। वे कांग्रेस के महासचिव पद पर 2004 से - 2018 रहते हुए अनेक प्रदेशों का प्रभार संभाल चुके हैं। उनके कार्यकाल में कांग्रेस ने कई राज्यों में बेहतरीन प्रदर्शन किए। असम, महाराष्ट्र, कर्नाटक और राजस्थान में सरकारें बनीं तथा उत्तर प्रदेश, गोवा और बिहार में कांग्रेस का वोट प्रतिशत बढ़ाने में उनका योगदान रहा। वर्तमान में वे राज्य सभा सांसद हैं ।

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