Earthquake in Jammu Kashmir: लगातार दो बार भूकंप के झटकों को डोली जम्मू कश्मीर की धरती, दहशत में लोग
Earthquake in Jammu Kashmir: हालांकि इस तीव्रता के आए भूकंप से शहर में कहीं से कोई नुकसान या फिर जनमाल की खराब सामने नहीं आई, जोकि राहत का विषय है।
Earthquake in Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर में मंगलवार की सुबह सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। बारामुल्ला जिले में दो बार भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता इतनी तेज थी कि गहरी नींद में सो रहे लोगों को भी आंखे खुल गई। सभी लोग अपने-अपने घरों से बाहर आ गए। एक बाद एक लगातार आए दो बार भूकंप से कापी देर तक लोग दहशत में रहे और अपने घरों के बारह खड़े रहे। पुंछ में भी भूकंप के झटके आने की खबर बताई गई है। हालांकि इस तीव्रता के आए भूकंप से शहर में कहीं से कोई नुकसान या फिर जनमाल की खराब सामने नहीं आई, जोकि राहत का विषय है।
लगातार दो बार भूकंप झटकों से दहला बारामुल्ला
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के मुताबिक, बारामुल्ला में पहला भूकंप का झटका सुबह 6:45 बजे आया, जिसकी तीव्रता 4.9 थी और यह धरती से 5 किलोमीटर गहराई पर था। फिर दूसरा भूकंप कुछ देर बार सुबह 6.52 बजे आया, जिसकी तीव्रता 4.8 थी और ये भी धरती से 5 किलोमीटर गहराई पर था। हालांकि शहर में आए लगातार दो बार भूकंप से किसी भी प्रकार की कोई हानि की खबर नहीं है।
भूकंप क्यों आते हैं ?
दरअसल, पृथ्वी के अंदर 7 प्लेट्स होती हैं। यह प्लेस्ट लगातार घूमती रहती हैं। जिस जगह प्लेट्स ज्यादा टकराती हैं, वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है। बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं। जब ज्यादा दबाव बनता है, तो प्लेट्स टूटने लगती हैं। नीचे की ऊर्जा बाहर आने का रास्ता खोजती हैं और डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।
कैसे मापी जाती है भूकंप की तीव्रता
भूंकप की जांच रिक्टर स्केल से की जाती है। इसको रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल कहा जाता है। रिक्टर स्केल पर भूकंप को 1 से 9 तक के आधार पर मापा जाता है। भूकंप को इसके केंद्र (एपीसेंटर) से मापा जाता है। भूकंप के दौरान धरती के भीतर से जो ऊर्जा निकलती है, उसकी तीव्रता को इससे मापा जाता है। यही तीव्रता भूकंप के झटके के रूप में जानी जाती है। जितनी अधिक तीव्रता होती है, भूकंप उतना बड़ा होता है।