नई दिल्ली: विवादित इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाईक की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एनआईए से जाकिर नाईक के संगठन इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आईआरएफ) के खिलाफ दर्ज एफआईआर की कॉपी मांगी है। ईडी ने जाकिर और उसके सहयोगियों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के तहत केस दर्ज कराने की तैयारी में है।
मनी लॉन्ड्रिंग के तहत दर्ज हो सकता है केस
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की नजर जाकिर नाईक सहित उसके तमाम सहयोगियों पर है। ईडी जाकिर सहित उसके साथियों के खिलाफ जल्द ही मनी लॉन्ड्रिंग के तहत केस दर्ज सकता है। इससे पहले ईडी ने एनआईए से जाकिर नाईक के संगठन आईआरएफ के खिलाफ दर्ज एफआईआर की कॉपी मांगी है।
मिले हैं पुख्ता सबूत
एनआईए के छापे के दौरान पता चला था कि इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन के खातों में जमा 64 करोड़ रुपए की धनराशि में से 35 प्रतिशत विदेशों से आने के सबूत मिले हैं। कई खातों में आया पैसा विदेशों से आए चंदे में धांधली के जरिए इधर-उधर किया गया है।
बीते दिन 20 ठिकानों पर पड़े थे छापे
शुरुआती जांच में पता चला कि जाकिर नाईक के कुछ परिजनों के पास इसी तरह से पैसा आया है। एनआईए ने दो दिन पहले संगठन से जुड़े बीस ठिकानों पर छापेमारी की थी। विवादों में आने के बाद से ही जाकिर नाईक देश से बाहर हैं।