Maharashtra Political Crisis: सियासी घमासान के बीच गुजरात में फड़नवीस से मिले एकनाथ शिंदे

Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र में जारी सियासी उठापटक के बीच शिवसेना के बागी गुट का नेतृत्व कर रहे एकनाथ शिंदे और पूर्व सीएम देवेंद्र फड़नवीस के बीच मुलाकात हुई है।

Update:2022-06-25 19:25 IST

एकनाथ शिंदे-देवेंद्र फड़नवीस: Photo - Social Media

Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र में जारी सियासी उठापटक के बीच एक बड़ी खबर सामने आई है। ये खबर शिवसेना (Shiv Sena) के बागी गुट का नेतृत्व कर रहे एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) और पूर्व सीएम देवेंद्र फड़नवीस (Former CM Devendra Fadnavis) के बीच हुए मुलाकात को लेकर है।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, दोनों नेताओं के बीच गुजरात के वडोदरा में शुक्रवार की रात मुलाकात हुई थी। बताया जा रहा है कि शिंदे गुवाहटी से शुक्रवार रात वडोदरा के लिए रवाना हुए थे।

वहीं महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फड़नवीस (Devendra Fadnavis) को शुक्रवार रात साढ़े 10 बजे के करीब मुंबई एयरपोर्ट (Mumbai Airport) पर देखा गया था। दोनों नेताओं के बीच मुलाकात में क्या खिचड़ी पकी है, इसकी जानकारी फिलहाल सामने नहीं आई है। 

रातभर उड़ते रहे एकनाथ शिंदे

सूत्रों के हवाले से आ रही खबर के मुताबिक, शिवसेना के बागी गुट के नेता और कैबिनेट मंत्री एकनाथ शिंदे शुक्रवार रात करीब 10 बजे एक निजी निजी जेट से गुवाहटी एयरपोर्ट से उड़ान भरते हैं और रात 12.45 बजे दिल्ली पहुंचते हैं। दिल्ली से रात 1 बजे वह वडोदरा के लिए रवाना होते हैं। शिंदे 2.30 बजे वडोदरा पहुंचते हैं, और वहां बीजेपी नेता और पूर्व सीएम देवेंद्र फड़नवीस से मुलाकात करते हैं। इसके बाद शिंदे वापस दिल्ली लौटते हैं। यहां से 4.10 बजे वह गुवाहटी के लिए उड़ान भरते हैं और सुबह 6.45 बजे गुवाहटी एयरपोर्ट पर लैंड करते हैं।

शिंदे गुट का दो तिहाई बहुमत का दावा

गुवाहटी में डटा शिवसेना के बागी नेताओं ने शनिवार को बड़ा दावा किया। बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे ने कहा कि उनके पास 38 शिवसेना विधायकों का समर्थन है। उन्होंने इसकी सूची भी जारी की। शिवसेना विधायकों और निर्दलीय विधायकों को मिलाकर शिंदे गुट के पास 50 के करीब विधायक बताए जा रहे हैं। शिंदे बगावत के बाद से लगातार बीजेपी के साथ सरकार बनाने की वकालत कर रहे हैं। जबकि महाराष्ट्र सीएम और शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे ने साफ कर दिया है कि वह बीजेपी के साथ हरगिज नहीं जाएंगे।

बागियों पर शुरू हुआ एक्शन

अपने बागी विधायकों को मनाने और समझाने में विफल रही शिवसेना ने अब कड़ा रूख अपना लिया है। सीएम उद्धव ठाकरे के इशारे पर डिप्टी स्पीकर ने 16 बागी विधायकों को नोटिस जारी कर दिया है। सभी बागी विधायकों को 27 जून शाम 5.30 बजे जवाब देने के लिए कहा गया है। नोटिस में कहा गया है कि यदि निर्धारित समय तक बागी विधायक अपना जवाब नहीं देते हैं तो मान लिया जाएगा इनके पास कहने के लिए कुछ नहीं है। फिर आगे की कार्यवाही की जाएगी।

बागी नेताओं के घरों को निशाना बना रहे शिवसैनिक

महाराष्ट्र का सियासी संकट अब सड़कों पर दिखने लगा है। शिवसेना कार्यकर्ता मुंबई और राज्य के अन्य जगहों पर बागी विधायकों के घर और दफ्तरों को निशाना बनाने लगे हैं। वहां जमकर तोड़फोड़ और पत्थरबाजी की जा रही है। एकनाथ शिंदे के बेटे और कल्याण के सांसद श्रीकांत शिंदे के दफ्तर में भी शिवसैनिकों ने खूब तोड़फोड़ मचाया है। हालात खराब होता देख शिंदे के घर के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किए गए हैं। शिंदे गुट के विधायक दीपक केसरकर ने तो यहां तक कह दिया है कि उन्हें डर है कि यदि वह महाराष्ट्र गए तो दंगा हो जाएगा। 

Tags:    

Similar News