महिलाओं का है प्रोपोज डे: कोई नहीं ठुकरा सकता आज का लव प्रोपोजल

क्या आपको पता नहीं कि 29 फरवरी महिलाओं की ओर से प्रोपोज करने का दिन होता है। इस बारे में सैकड़ों साल पहले कानून तक बना था कि इस दिन यानी 29 फरवरी को जो कोई भी महिलाओं का आमंत्रण ठुकराएगा उसे जेल की रोटी खानी पड़ेगी।

Update:2020-02-29 17:26 IST

रामकृष्ण वाजपेयी

लखनऊ: क्या आपको पता है कि फरवरी में प्यार का इजहार करने के दो दिन होते हैं। हालांकि ये रवायत भारत की नहीं है लेकिन आप 14 फरवरी को तो वैलेंटाइन डे के रूप में मनाने लगे हैं जबकि संत वेलेंटाइन भारत के नहीं थे। तो फिर 29 फरवरी क्यों रह जाए। अरे क्या आपको पता नहीं कि 29 फरवरी महिलाओं की ओर से प्रोपोज करने का दिन होता है। इस बारे में सैकड़ों साल पहले कानून तक बना था कि इस दिन यानी 29 फरवरी को जो कोई भी महिलाओं का आमंत्रण ठुकराएगा उसे जेल की रोटी खानी पड़ेगी।

ये तो आपको पता है कि 29 फरवरी केवल हर चार साल में एक बार आती है। जब फरवरी सामान्य से एक दिन अधिक होता है। 2020 में आज 29 फरवरी मनाया जा रहा है, लेकिन क्या आपको पता है कि परंपरागत रूप से, महिलाओं को चार साल में एक बार 29 फरवरी को जिसे वह पसंद करती हो प्रोपोज करने की 'अनुमति' है।

ये परंपरा कब शुरू हुई

परंपरा के मुताबिक महिलाओं को केवल लीप ईयर में यानी 29 फरवरी को ही ऐसा करने की इजाजत दी गई है। कहा जाता है कि परंपरा की उत्पत्ति प्राचीन आयरिश इतिहास से हुई। पाँचवीं शताब्दी में आयरलैंड से इसकी शुरुआत हुई। ऐसा माना जाता है कि सेंट ब्रिजेट नाम की एक नन ने सेंट पैट्रिक से शिकायत की कि महिलाओं को प्रोपोज करने के लिए बहुत लंबा इंतजार करना पड़ता है। कई बार वह यह अरमान लिए मर भी जाती हैं। किंवदंती है कि सेंट पैट्रिक ने तब यह फैसला किया कि महिलाओं को प्रोपोज करने का अवसर मिल सकता है - लेकिन केवल फरवरी में एक विशेष दिन पर, हर चार साल में एक बार।

ये भी देखें: हिंदू नहीं थी इंदिरा गांधी! भुगतना पड़ा ऐसा अंजाम कि राहुल-प्रियंका ने नहीं की ये हिम्मत

प्रस्ताव दिन दंड

आयरिश परंपरा महिलाओं को हर चार साल में एक दिन प्रपोज करने की अनुमति देती थी और फिर आयरिश भिक्षुओं द्वारा उनका संदेश स्कॉटलैंड ले जाया जाता था। 1288 में, स्कॉटलैंड ने एक कानून पारित किया जिसने एक महिला को एक लीप वर्ष में शादी का प्रस्ताव देने की अनुमति दी, साथ ही कानून ने कहा कि इस दिन प्रस्ताव को अस्वीकार करने वाले किसी भी व्यक्ति को जुर्माना भरना होगा।

धीरे धीरे इस परंपरा को व्यापक स्वीकृति मिली और यह कई यूरोपीय देशों में भी आम हो गई, परंपरा के साथ पुरुषों को जो महिला के प्रस्ताव को ठुकराते हैं, जुर्माना देना चाहिए। ठीक ऐसे जैसे एक नया गाउन देना, पैसा देना, या कोई बड़ा उपहार देना।

...तो अगर आप ने अभी तक प्रोपोज नहीं किया है तो चूकिये नहीं जल्दी मौके का फायदा उठाइए, वरना 2024 तक करना पड़ेगा इंतजार।

Tags:    

Similar News