किसान आंदोलन: जानिए क्या होता है चक्का जाम, किसानों ने क्यों लिया ये बड़ा फैसला

भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि जो लोग यहां नहीं आ पाए, वो अपने-अपने जगहों पर चक्का जाम शांतिपूर्ण तरीके से करेंगे। उन्‍होंने कहा कि दिल्‍ली, उत्‍तर प्रदेश और उत्‍तराखंड में चक्‍का जाम नहीं किया जाएगा।

Update:2021-02-06 09:41 IST
कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान शनिवार को चक्का करेंगे। किसान नेताओं ने कहा कि यह चक्‍का जाम देशभर में होगा।

नई दिल्‍ली: कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान शनिवार को चक्का करेंगे। किसान नेताओं ने कहा कि यह चक्‍का जाम देशभर में होगा। किसानों का कहना है कि इस दौरान प्रमुख सड़कों पर दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच गाड़‍ियां नहीं चलने देंगे।

भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि जो लोग यहां नहीं आ पाए, वो अपने-अपने जगहों पर चक्का जाम शांतिपूर्ण तरीके से करेंगे। उन्‍होंने कहा कि दिल्‍ली, उत्‍तर प्रदेश और उत्‍तराखंड में चक्‍का जाम नहीं किया जाएगा।

आईए जानते हैं किसे कहते हैं चक्का जाम

चक्का जाम एक मुहावरा का शब्द है। चक्का जाम का मतलब होता कि रास्तों को रोक देना और यातायात ना चलने देना। किसी विरोध या प्रदर्शन के दौरान सड़कों पर यातायात बाधित कर देना। ऐसा आंदोलन या प्रदर्शन जिसमें सड़क पर वाहनों के यातायात को रोक दिया जाता है और गाड़ियों को ना चलने दिया जाए। कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों ने कहा है कि वह दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच गाड़ियां नहीं चलने देंगे।

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किसानों का कहना है कि शांतिपूर्ण ढंग से चक्का जाम करेंगे, लेकिन चक्का जाम को शांतिपूर्ण प्रदर्शन नहीं कहा जा सकता है। इसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ता है। किसान ही नहीं कोई भी चक्का जाम करने की बात करता है मतलब पब्लिक लाइफ को रोकना है।

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इसलिए किसानों ने लिया चक्का जाम का फैसला

संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि गणतंत्र दिवस के बाद से आंदोलन कर रहे किसानों के कई ट्रैक्टरों, वाहनों को पुलिस ने जब्त कर लिया है। दिल्‍ली बॉर्डर के आसपास की जगहों को पूरी तरह ब्लॉक किया जा रहा है। धरनास्थलों और उसके आसपास की बिजली, पानी की आपूर्ति और इंटरनेट सेवा रोक दी गई। किसान नेताओं ने कहा कि चक्‍का जाम कर किसान दिखना चाहते हैं कि वह एकजुट हैं। उनका कहना है कि पूरा देश किसानों के साथ है। दिल्ली, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश को छोड़कर सभी जगहों पर नेशनल और स्‍टेट हाइवेज पर चक्‍का किया जाएगा।

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