5 वें दौर की बात-चीत फेल: नहीं निकला कोई समाधान, 9 दिसंबर को होगी बैठक
पांचवें दौर की वार्ता के दौरान किसान नेता सरकार से बेहद नाराज नजर आ रहे हैं। किसानों और सरकार के बीच 5वें दौर की बातचीत फेल साबित हुई। आज की बैठक में भी कोई फैसला नहीं निकला। अब 9 दिसंबर को अगली बैठक होगी।
नई दिल्ली:आज किसान नेताओं और सरकार के बीच 5वें दौर की बातचीत हुई। दिल्ली के विज्ञान भवन में हुई ये बैठक भी फेल साबित हुई। अब 9 दिसंबर को सुबह 11 बजे एक बार फिर सरकार और किसान नेताओं की बातचीत होगी। आज की बैठक में सरकार की ओर से केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल मौजूद रहे। वहीं किसानों की ओर से उनके 40 प्रतिनिधि भी शामिल रहे।
8 दिसंबर को भारत बंद का आह्वाहन
बैठक से पहले ही बीते दिन भारतीय किसान संघ ने 8 दिसंबर को भारत बंद का आह्वाहन कर दिया है। किसान सिंधु बॉर्डर से लेकर दिल्ली की सीमाओं को घेर कर बैठे हुए हैं। कहा जा रहा है कि अगर आज की बैठक बेनतीजा निकली और सरकार ने किसानो की मांगों को नहीं माना तो वे संसद का घेराव करेंगे।
आज की बैठक में भी कोई फैसला नहीं, अब 9 दिसंबर को अगली बैठक होगी
किसानों और सरकार के बीच 5वें दौर की बातचीत फेल साबित हुई। आज की बैठक में भी कोई फैसला नहीं निकला। अब 9 दिसंबर को अगली बैठक होगी। सरकार और किसानों में गतिरोध जारी है।
किसानों की दो टूक: सरकार से कहा, मांगों पर फैसला हो, नहीं तो हम जा रहे
पांचवें दौर की वार्ता के दौरान किसान नेता सरकार से बेहद नाराज नजर आ रहे हैं। किसान नेताओं ने कहा कि सरकार हमारी मांगों पर फैसला ले, नहीं तो हम बैठक से जा रहे हैं।
खाना खाने के बाद सरकार और किसान नेताओं की बैठक फिर हुई शुरू
ब्रेक के बाद सरकार और किसान नेताओं की बैठक फिर शुरू हो गई है।
अधिकारी और मंत्री अलग से कर रहे हैं बातचीत
किसान नेताओं ने लंच ब्रेक के दौरान एक बार फिर चर्चा की कि तीनों कानून और एमएसपी का मुद्दा तो सरकार को मानना ही पड़ेगा। इससे कम पर हम नहीं मानेंगे। अभी मीटिंग शुरू नहीं हुई है। अधिकारी और मंत्री अलग से बातचीत कर रहे हैं।
बाहर से मंगाया खाना, जमीन पर बैठकर खाया
विज्ञान भवन में मीटिंग के दौरान किसानों ने लंगर से खाना मंगवाया और नीचे फर्श पर बैठकर खाया। किसानों के लिए लंच भी आया था और चाय भी। लंच में दाल, सब्जी और रोटी रही। किसानों के लिए लंच बंगला साहब गुरुद्वारे से पहुंचा।
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अब तक बहुत चर्चा हो चुकी, लिखित में चाहते है जवाब
सरकार और किसान नेताओं के बीच टकराव की स्थिति है। बैठक में सरकार ने कहा कि कानून रद्द करने के अलावा कोई और रास्ता निकाला जाए। सरकार की तरफ से संशोधन की बात रखी गई। वहीं, दूसरी तरफ किसान नेता कृषि कानून रद्द कराने पर अड़े हैं। सरकार ने संशोधन का प्रस्ताव दिया, जिसे किसान नेताओं ने ठुकरा दिया।
सरकार और किसान नेताओं की बैठक में 15 मिनट का टी ब्रेक हुआ है। किसान संगठनों ने बैठक में कहा कि हम सरकार से चर्चा नहीं, ठोस जवाब चाहते हैं वो भी लिखित में। अब तक बहुत चर्चा हो चुकी है।
कृषि कानूनों में हो सकता है संशोधन, बैठक में किसानों से सरकार कर रही चर्चा
सरकार और किसान नेताओं के बीच पांचवें दौर की बैठक में चल रही बात चीत में सरकार ने कृषि कानून में संशोधन का प्रस्ताव रखा है। जिसको लेकर किसान नेताओं और सरकार के बीच सहमती बनती नहीं दिख रही है प्रस्ताव को रद्द कराने पर किसान नेता अड़े हुए हैं
किसानों से सरकार की बैठक शुरू, प्रस्तावों पर हो रही चर्चा
किसानों और सरकार के बीच 5वें दौर की बातचीत चल रही है। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और रेल और मंत्री पीयूष गोयल विज्ञान भवन किसानों से बातचीत करने के लिए पहुंचे हैं। विज्ञान भवन में किसान संगठनों के 40 प्रतिनिधियों के साथ प्रस्तावों पर चर्चा चल रही हैं।
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बैठक के लिए विज्ञान भवन पहुंचे किसान नेता, क्या बनेगी बात
सरकार और किसान नेताओं के बीच 2 बजे होने वाली वार्ता के लिए किसान नेता विज्ञान भवन पहुंच गए हैं।
किसानों संग वार्ता से पहले पीएम मोदी ने बुलाई बैठक
प्रधानमंत्री मोदी ने सरकार और किसान नेताओं के बीच 2 बजे होने वाली वार्ता से पहले अहम बैठक बुलाई है। इस मीटिंग में गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर मौजूद हैं। वहीं केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल भी मीटिंग में शामिल हुए हैं।
2 बजे किसान नेताओं की सरकार संग बैठक
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बताया है कि आज दोपहर 2 बजे किसानों के साथ सरकार की पांचवे स्तर की बैठक होनी है। उन्होंने उम्मीद जताई कि किसान सकारात्मक सोच के साथ आंदोलन खत्म कर देंगे।
दिल्ली पुलिस ने झटीकारा सीमा (दिल्ली-हरियाणा सीमा) केवल दोपहिया यातायात के लिए खुल रखा है। हरियाणा के लिए धनसा, दौराला, कपासेरा, राजोखरी NH-8, बिजवासन / बजघेरा, पालम विहार और डूंडाहेरा की सीमाएं खुली हैं।
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किसानों और सरकार के बीच पांचवें दौर की बैठक आज
कृषि सम्बन्धी तीन नए कानूनों के बंनने के बाद से इसका विरोध कर रहे किसान पिछले नौ दिनों से दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे हैं। सिंधु घाटी पर डटे किसानों और सरकार के बीच 3 दिसंबर को बैठक हुई थी लेकिन सुलह न हो सकी। जिसके बाद आज दोनों पक्षों के बीच पुनः बैठक हो रही है। घेर परिवार छोड़ नौ दिनों से आंदोलन पर बैठे किसानों ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगों को नहीं माना जायेगा तो उनका आंदोलन और बढ़ जायेगा। किसान संसद का घेराव करेंगे। दिल्ली के रास्ते बंद कर देंगे तो वहीं 8 दिसंबर को भारत बंद कर देंगे।
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बता दें कि किसान कृषि कानून वापस लेने की मांग पर अड़े हैं, न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर ठोस भरोसा चाहते हैं। वहीं केंद्र सरकार कानूनों को वापस लेने की बात तो नहीं मान रही है लेकिन MSP पर लिखित आश्वासन देने को तैयारी हैं।
विरोध में खिलाड़ी लौटाएंगे अवार्ड:
इसके अलावा इस मामले में अवार्ड लौटाने का सिलसिला भी जारी है। प्रकाश सिंह बादल के बाद अब कई अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों ने अपने अवार्ड लौटाने का एलान किया है। पद्मश्री करतार सिंह पहलवान के घर में गोल्डन गर्ल राजबीर कौर, ओलंपियन दविंदर सिंह गरचा और ओलंपियन गुरमेल सिंह ने बताया कि वे लोग 37 के करीब अवॉर्ड और मेडल वापस करने के लिए आज दिल्ली रवाना होंगे।
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उन्होंने जानकारी दी कि वे द्रोणाचार्य अवॉर्ड, अर्जुन अवॉर्ड, मेजर ध्यानचंद अवॉर्ड और अन्य तीन अवॉर्ड के साथ शनिवार को जालंधर से रवाना होकर सिंधु बॉर्डर पर किसानों से मिलकर यह अवॉर्ड वापस करेंगे।
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