Tirupati Temple : तिरुपति मंदिर के प्रसाद में फिश ऑयल और पशु की चर्बी की मिलावट, जांच रिपोर्ट में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
Tirupati Temple : आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर के प्रसाद को लेकर चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है। मंदिर के प्रसाद में फिश ऑयल के मिलावट की पुष्टि हुई है।
Tirupati Temple : आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर के प्रसाद को लेकर गुरुवार को चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। दरअसल, मंदिर के प्रसाद (लड्डुओं) में फिश ऑयल और पशु की चर्बी की मिलावट पाई गई है। बता दें कि आंध प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने मंदिर के प्रसाद में घी की चर्बी मिलाए जाने का आरोप लगाया था। इसके बाद प्रसाद के सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे।
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम से भेजे गए नमूनों की लैब रिपोर्ट, जिन्हें परीक्षण के लिए गुजरात में राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड को भेजा गया था। टीडीपी प्रवक्ता अनम वेंकट रमना रेड्डी ने कहा कि नमूनों की लैब रिपोर्ट प्रमाणित करती है कि तिरुमाला को आपूर्ति किए गए घी को तैयार करने में गोमांस की चर्बी और पशु वसा - लार्ड और मछली के तेल का उपयोग किया गया था और साथ ही एस मान केवल 19.7 है।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने तिरुपति मंदिर के प्रसाद (लड्डू) को बनाने में फिश ऑयल और पशुओं की चर्बी का इस्तेमाल किए जाने का आरोप लगाया था। इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि उनकी सरकार बनने के बाद इसकी जांच कराई जाएगी। तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ने गुरुवार की सुबह ही प्रसाद (लड्डुओं) के सैंपल राष्ट्रीय डेरी विकास बोर्ड (NDDB), गुजरात को भेजा था, इसकी रिपोर्ट शाम को आ गई है। रिपोर्ट में बताया गया है कि प्रसाद बनाने के लिए जिस घी का इस्तेमाल किया गया है, उसमें फिश ऑयल और पशुओं की चर्बी का इस्तेमाल किया है।
पूर्व सीएम पर लगाया था आरोप
बता दें कि सीएम चंद्रबाबू नायडू ने बुधवार को पूर्ववर्ती जगन मोहन रेड्डी सरकार पर मंदिर के लड्डू बनाने में घटिया समाग्री का प्रयोग करने का आरोप लगाया था। इसके साथ ही उन्होंने लड्डुओं में जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल करने का भी आरोप लगाया था। इसके बाद जगन मोहन रेड्डी की पार्टी वाइएसआर ने भी इस पर तीखी टिप्पणी की थी। पार्टी ने कहा था चंद्रबाबू ने तिरुपति के प्रसाद को लेकर जो टिप्पणी की है, वह बेहद घटिया है। चंद्रबाबू ने करोड़ों हिन्दुओं की आस्था को नुकसान पहुंचाया है।