Delhi: बेसमेंट में कर रहे थे पढ़ाई, अचानक भरा पानी, UPSC के तीन छात्रों की जान जाने की पूरी कहानी

Delhi: दिल्ली के एक UPSC कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में अचानक पानी भर जाने से तीन छात्रों की मौत हो गई।

Newstrack :  Network
Update: 2024-07-28 02:50 GMT

Delhi News (Pic: Social Media)

Delhi News: राजधानी दिल्ली में बारिश जानलेवा साबित हुई। ओल्ड राजेंद्रनगर स्थित UPSC की तैयारी कराने वाले एक कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में अचानक पानी भर गया। पानी भर जाने से तीन छात्रों की मौत हो गई। इसमें दो महिला और एक पुरुष छात्र शामिल हैं। कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में लाइब्रेरी बनाई गई है। लाइब्रेरी में करीब 35 छात्र पढ़ाई कर रहे थे। इसी दौरान अचानक बेसमेंट में पानी का तेज बहाव आ गया। पानी का बहाव इतना तेज था कि जब तक कोई कुछ समझ पाता तब तक पूरा बेसमेंट जलमग्न हो गया। एक से दो मिनट के भीतर ही 12 फुट पानी भर गया। इस बहाव को तीन छात्र नहीं झेल सके और उनकी पानी में डूबने से मौत हो गई।

बेसमेंट में भरा 12 फुट पानी। (Social Media)

काल बना पानी का तेज बहाव

कोचिंग सेंटर में पढ़ने वाले छात्रों ने मीडिया को बताया कि यह हादसा शाम करीब सात बजे हुआ। उस वक्त लाइब्रेरी में करीब 35 छात्र मौजूद थे। शाम सात बजे लाइब्रेरी से निकलने का समय होता है। मगर इसी समय अचानक पानी का तेज बहाव बेसमेंट की तरह आया। पानी के तेज बहाव से बेसमेंट का दरवाजा टूट गया। पानी रोकने के लिए लगाई गई कांच की खिड़की भी पानी के दबाव में चकनाचूर हो गई। छात्रों के लिए वहां से निकलना कठिन होता जा रहा था। रस्सियां फेंक कर लोगों ने एक दूसरे को बाहर निकाला। पानी इतना गंदा था कि सामने कुछ भी साफ नहीं दिखाई दे रहा था। कमरे में रखे सामान और लोग पानी में अपने आप तैरने लगे। साथ ही तेज बहाव के चलते कुछ ही मिनटों में करीब 12 फुट पानी भर गया। पानी में तीन छात्र फंस गए। इनमें दो लड़कियां थीं। तीनों करीब चार घंटे तक पानी में फंसे रहे। तीनों की पानी में डूबने से मौत हो गई।  

सुबह करीब चार बजे तक चला बचाव अभियान। (Social Media)

8 घंटे चला राहत कार्य

दिल्ली अग्निशमन विभाग (डीएफएस) ने अपने बयान में बताया कि शाम करीब सात बजे ‘राव आईएएस स्टडी सेंटर' नामक कोचिंग मेंं जलभराव की खबर मिली। पानी में दो से तीन छात्रों के फंसे होने के बारे में बताया गया। मौके पर राहत कार्य के लिए दमकल की 7 गाड़ियां भेजी गई। घटनास्थल पर राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), स्थानीय पुलिस और अग्निशमन विभाग ने बचाव अभियान चलाया। यह बचाव अभियान सुबह 3:51 मिनट तक चला। इस दौरान पानी में फंसे तीन छात्रों के शव बरामद किए गए। पहला शव रात 10:40 बजे मिला। दूसरा शव 11:18 बजे मिला और तीसरा शव 1:05 बजे मिला। मृतकों के नाम श्रेया ( 25 साल), नेविन डेलविन (28 साल) और तानिया (25 साल) है।  

चढ़ने लगा सियासत का पारा

हादसे में तीन छात्रों की मौत के बाद मामले में राजनीति तेज हो गई है। बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच एक दूसरे को हादसे के लिए जिम्मेदार ठहराने की होड़ लगी है। केंद्र में सत्ताधारी भाजपा ने इस मामले में दिल्ली की केजरीवाल सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम में आप की सरकार है। बीजेपी ने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार ने नाले और सीवर को साफ नहीं कराया। इसी वजह से बारिश से जमा हुआ पानी बाहर नहीं निकल सका। सीवर का गंदा पानी वापस कोचिंग सेंटर में घुस गया। जिससे तीन छात्रों की जान चली गई।

भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज। (Pic: Social Media)

बांसुरी स्वारज ने "आप" पर लगाए आरोप

बीजेपी सांसद बांसुरी स्वराज ने आरोप लगाया है कि बच्चे यहाँ अपने भविष्य सुधारने आए थे, मगर आप की लापरवाही के कारण उन्हें जान से हाथ धोना पड़ा। उन्होंने बताया कि यहाँ के लोग नगर निगम से एक सप्ताह से बार-बार कह रहे हैं कि नाले की सफ़ाई करा दीजिए। मगर नाले की सफाई नहीं हुई। इसलिए मामले की पूरी ज़िम्मेदारी आम आदमी पार्टी की है। बांसुरी स्वराज के इस आरोप पर आम आदमी पार्टी ने इस मामले पर दिल्ली नगर निगम में लंबे समय तक शासन करने वाली बीजेपी पर पलटवार भी किया है।

आप विधायक दुर्गेश पाठक। (Pic: Social Media)

"आप" विधायक ने झाड़ा पल्ला

इलाक़े के विधायक आम आदमी पार्टी के विधायक दुर्गेश पाठक हैं। विधायक ने घटनास्थल पर पहुंचकर बताया कि यह घटना एक लो लाइन एरिया (निचला इलाक़ा) का है। उन्होंने बताया कि यहां कोई ड्रेन या सीवर टूटने से हादसा हुआ। साथ ही उन्होंने बताया कि पुलिस ने उन्हें कोई आधिकारिक सूचना नहीं दी है। विधायक दुर्गेश पाठक ने बांसुरी स्वराज के लगाए आरोप पर भी पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में राजनीति करने की ज़रूरत नहीं है। साथ ही उन्होंने पलटकर बीजेपी पर ही सवाल खड़ा कर दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा को बताना चाहिए कि 15 साल से उनका पार्षद था तो यहाँ ड्रेनेज क्यों नहीं बना। उन्होंने हादसे से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि एक साल में तो सारे ड्रेन नहीं बन सकते। 

दिल्ली जल मंत्री आतिशी मार्लेना। (Pic: Social Media)

मामले में जांच के आदेश

हादसे के बाद मामले में दिल्ली सरकार में जल मंत्री आतिशी ने मैजिस्ट्रेट को मामले की जाँच कराने के आदेश दिए हैं। उन्होंने इस मामले की 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने बताया कि इस मामले में जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही वहीं दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय ने हादसे में जिम्मेदार अधिकारी पर कार्रवाई करने का आश्वसन दिया है।  

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