Loksabha Election 2024: कन्याकुमारी के लिए बीजेपी को मिल गया उम्मीदवार, कांग्रेस विधायक पर खेल सकती है दांव
Loksabha Election 2024: कांग्रेस विधायक एस विजयाधरानी ने शनिवार को दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ली। वो कन्याकुमारी से लोकसभा चुनाव लड़ सकती हैं।
Loksabha Election 2024. लोकसभा चुनाव को लेकर इन दिनों देश में सियासी सरगर्मी बढ़ी हुई है। मार्च के दूसरे सप्ताह में चुनाव तारीखों का ऐलान हो सकता है, लिहाजा राजनीतिक पार्टियां इसके लिए कमर कस चुकी हैं। चुनाव की आहट के साथ-साथ नेताओं का दलबदल का दौर भी शुरू हो गया है। पारंपरिक रूप से दक्षिण में कमजोर माने जाने वाली भाजपा ने कांग्रेस को एक बड़ा झटका दिया है।
तमिलनाडु में डीएमके के साथ सरकार में शामिल कांग्रेस की एक विधायक ने पार्टी को अलविदा कह दिया है। शनिवार को उन्होंने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से दिल्ली में मुलाकात की । लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के लिए इसे बड़ा झटका माना जा रहा है। दरअसल, तमिलनाडु देश के उन गिने चुने राज्यों में शामिल है, जहां विपक्षी इंडिया अलायंस को सत्तारूढ़ एनडीए पर बड़ी बढ़त हासिल है।
बीजेपी में शामिल हुई कांग्रेस विधायक
कांग्रेस विधायक एस विजयाधरानी ने शनिवार को दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ली। उन्हें तमिलनाडु से आने वाले केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सांसद एल मुरुगन और पार्टी के राष्ट्रीय सचिव और और तमिलनाडु के चुनाव प्रभारी अरविंद मेनन ने विधिवत रूप से बीजेपी में शामिल कराया। इसके बाद उन्होंने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की।
विजयाधरानी ने इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी का नेतृत्व देश के लिए काफी महत्वपूर्ण है। बीजेपी में शामिल होने से पहले उन्होंने कांग्रेस के सभी पदों और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद उन्होंने विधायक पद से भी इस्तीफा दे दिया।
कन्याकुमारी के लिए बीजेपी को मिल गया उम्मीदवार !
विजयाधरानी ने 2021 के तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में कन्याकुमारी की विलावनकोड विधानसभा सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी के तौर पर जीत हासिल की थी। वह इस सीट से तीन बार विधायक निर्वाचित हो चुकी हैं। ऐसे में उनका क्षेत्र में खासा प्रभाव माना जाता है। बीजेपी को कन्याकुमारी से एक मजबूत उम्मीदवार की तलाश है, जो शायद विजयाधरानी के आने के बाद पूरी हो गई।
कन्याकुमारी से बीजेपी पहले भी चुनाव जीतती रही है। 2014 में सीपी राधाकृष्णन से यहां से चुनाव जीता था और केंद्र सरकार में मंत्री भी बने थे। हालांकि, 2019 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। राधाकृष्णन फिलहाल झारखंड के राज्यपाल हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी इस बार विजयाधरानी पर दांव खेल सकती है।
बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने पूरे देश में प्रचंड जीत हासिल की थी। लेकिन फिर भी पार्टी का दक्षिण के तीन राज्यों तमिलनाडु, केरल और आंध्र प्रदेश में खाता खत नहीं खुला था। बीजेपी साउथ के सबसे बड़े स्टेट तमिलनाडु में इस बार अपना प्रदर्शन सुधारना चाहती है। पार्टी इसके लिए अपने पूर्व सहयोगी एआईएडीएमके के जनाधार वाले नेताओं को अपने पाले में करने में जुटी है। राज्य में फिलहाल सत्तारूढ़ डीएमके, कांग्रेस और लेफ्ट गठबंधन मजबूत स्थिति में है।