Captain Amarinder Singh: भाजपा का दामन थामेंगे कैप्टन अमरिंदर, कई पूर्व विधायक भी देंगे कांग्रेस को झटका
Captain Amarinder Singh: पंजाब के सियासी हलकों में काफी दिनों से उनके भाजपा में शामिल होने की अटकलें लगाई जाती रही हैं।
Captain Amarinder Singh: पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह जल्दी ही भाजपा का दामन थामने वाले हैं। जानकारों के मुताबिक वे सोमवार को भाजपा में शामिल हो सकते हैं। करीब नौ साल तक पंजाब के मुख्यमंत्री रहने वाले कैप्टन की पंजाब की सियासत पर मजबूत पकड़ मानी जाती रही है। पंजाब में विधानसभा चुनाव से पूर्व उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा देकर पंजाब लोक कांग्रेस का गठन किया था। हालांकि पिछले विधानसभा चुनाव में आप की आंधी में वे अपनी ताकत दिखाने में बुरी तरह विफल साबित हुए।
पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने भाजपा के साथ चुनावी गठजोड़ किया था। पंजाब के सियासी हलकों में काफी दिनों से उनके भाजपा में शामिल होने की अटकलें लगाई जाती रही हैं। सोमवार को उनके भाजपा में शामिल होने के साथ उनकी पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस का भाजपा में विलय हो जाएगा। कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ कांग्रेस के करीब आधा दर्जन पूर्व विधायकों के भी भाजपा में शामिल होने की संभावना है।
नड्डा दिलाएंगे भाजपा की सदस्यता
भाजपा और पंजाब लोक कांग्रेस के सूत्रों का कहना है कि कैप्टन के भाजपा में शामिल होने के सिलसिले में सोमवार को भाजपा मुख्यालय में कार्यक्रम आयोजित होगा। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा कैप्टन को भाजपा की सदस्यता दिलाएंगे। कैप्टन के साथ उनकी बेटी जय इंदर कौर, बेटे रण इंदर कौर और नाती निर्वाण सिंह के भी भाजपा में शामिल होने की संभावना है।
कैप्टन की पत्नी परनीत कौर को लेकर तस्वीर अभी तक साफ नहीं हो सकी है। दरअसल परनीत कौर कांग्रेस की सांसद है। हालांकि उन्होंने अभी तक कांग्रेस से इस्तीफा नहीं दिया है। उन्हें लेकर कांग्रेस हमेशा हमलावर रही है मगर परनीत कौर अभी भी पार्टी में ही बनी हुई है। वैसे वे विभिन्न मौकों पर कैप्टन का खुलकर समर्थन करती रही हैं। कांग्रेस की ओर से अभी तक उनके खिलाफ निष्कासन की कार्रवाई नहीं की गई है।
कैप्टन ने की थी शाह से मुलाकात
कैप्टन के भाजपा में शामिल होने की बात उनकी पिछली दिल्ली यात्रा के दौरान तय हुई थी। कैप्टन ने अपनी पिछली दिल्ली यात्रा के दौरान गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद से ही कैप्टन के भाजपा में शामिल होने की अटकलें लगाई जाती रही हैं। हालांकि अभी तक काटन है इस बाबत खुलकर कोई बयान नहीं दिया है।
कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद कैप्टन पंजाब में अपनी सियासी ताकत दिखाने में नाकाम रहे हैं। भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ने के बावजूद उन्हें पिछले विधानसभा चुनाव में एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं हुई थी। कैप्टन खुद भी अपनी पटियाला सीट नहीं बचा सके थे। पटियाला सीट पर कैप्टन की मजबूत पकड़ मानी जाती रही है मगर इस सीट पर भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। माना जा रहा है कि इसी कारण कैप्टन ने अब भाजपा में शामिल होने का फैसला किया है।
कई पूर्व विधायक भी देंगे कांग्रेस को झटका
कैप्टन भाजपा में शामिल होने के साथ कांग्रेस को भी बड़ा झटका देने की तैयारी में जुटे हुए हैं। कैप्टन के करीबी सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस के करीब आधा दर्जन पूर्व विधायक उनके साथ भाजपा में शामिल हो सकते हैं। शिरोमणि अकाली दल के साथ गठबंधन टूटने के बाद भाजपा ने कैप्टन के साथ मिलकर चुनाव लड़ने का फैसला किया था।
उनके भाजपा में शामिल होने के बाद पार्टी को नई ताकत मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। हाल के दिनों में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे सुनील जाखड़ ने भी भाजपा का दामन थाम लिया था। पंजाब में भाजपा कांग्रेस को लगातार झटका देने में जुटी हुई है।