Corbevax Vaccine: बूस्टर डोज के तौर पर इस्तेमाल की जा सकेगी ये वैक्सीन, सरकार ने दी मंजूरी

Corbevax Vaccine: केंद्र सरकार ने बॉयोलॉजिकल–ई कंपनी की कॉर्बैवैक्स वैक्सीन को बूस्टर डोज की तरह इस्तेमाल करने की मंजूरी दे दी है।

Update:2022-08-10 16:46 IST

कॉर्बैवैक्स वैक्सीन: Photo- Social Media

Booster Dose: देश में कोरोना (coronavirus) के नए मामलों में एकबार फिर बढ़ोतरी देखी जा रही है। रोजाना के आंकड़ों में उछाल आया है। ऐसे में सरकार ने कोरोना वैक्सीनेशन (corona vaccination) की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। केंद्र सरकार (Central government) ने बॉयोलॉजिकल–ई कंपनी की कॉर्बैवैक्स वैक्सीन (Corbavax Vaccine) को बूस्टर डोज की तरह इस्तेमाल करने की मंजूरी दे दी है। सबसे खासबात ये है कि इसे कोविशील्ड और कोवैक्सीन की दो खुराक ले चुके व्यस्क बूस्टर डोज के तौर पर ले सकते हैं।

अभी तक देश में बूस्टर डोज के लिए पहले लगाई वैक्सीन को ही इस्तेमाल करने की अनुमति थी। ऐसे में ये पहली वैक्सीन है, जो पहली और दूसरी खुराक के तौर पर दिए गए टीके से अलग बतौर एहतियाती खुराक दिया जाएगा। बता दें कि 2 अगस्त को नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप ऑफ इम्युनाइजेशन (NTAGI) ने स्वास्थ्य मंत्रालय से कॉर्बैवैक्स को बूस्टर डोज (booster dose) के तौर पर इस्तेमाल करने की सिफारिश की थी।

गौरतलब है कि भारत के पहले स्वदेशी आरबीडी प्रोटीन सबयूनिट टीका कॉर्बैवैक्स का इस्तेमाल वर्तमान समय में 12 से 14 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों के वैक्सीनेशन में किया जा रहा है। दरअसल, जीसीजीआई ने 4 जून को तीसरी खुराक के तौर पर कॉर्बैवैक्स को 18 या इससे अधिक आयु वर्ग के लोगों को लगाने की इजाजत दी थी।

कब लगवा सकेंगे बूस्टर डोज

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, कोविशील्ड या कोवैक्सीन लगवा चुके व्यस्क दूसरा डोज लगवाने की तारीख से 6 माह या 26 हफ्ते बाद ही कॉर्बैवैक्स लगवा सकेंगे। बूस्टर डोज के गाइडलाइन में शीघ्र ही संशोधन किया जाएगा। कोविन पोर्टेल पर भी कॉर्बैवैक्स को बूस्टर डोज के तौर पर लगाए जाने से जुड़ी गाइडलाइंस में बदलवा किया जा रहा है।

बता दें कि देश में इसी साल 10 जनवरी से हेल्थ केयर वर्कर, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों को बूस्टर डोज लगाने की शुरूआत हुई थी। वहीं इसके तीन माह बाद यानी 10 अप्रैल से 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को बूस्टर डोज लगनी शुरू हुई थी। 

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