गुजरात से राज्यसभा उपचुनाव के लिए भाजपा ने घोषित किए अपने दो उम्मीदवार
गुजरात के सियासी समीकरण पर नजर डाले तो सूबे में भाजपा के के 111 विधायक हैं, जबकि कांग्रेस के पास 65 विधायक हैं। राज्यसभा चुनाव जीतने के लिए 50 फीसदी वोट चाहिए।
नई दिल्ली: गुजरात से राज्यसभा उपचुनाव के लिए भाजपा ने दिनेश भाई प्रजापति, रामभाई मोकरिया को उम्मीदवार बनाया है। 1 मार्च को गुजरात की दो राज्यसभा सीटों के लिए उपचुनाव होगा। हाल ही में चुनाव आयोग ने तारीखों की घोषणा की थी।
बता दें कि ये दोनों सीटें राज्यसभा सदस्य अहमद पटेल और अभय भारद्वाज के निधन से खाली हुई थीं। उनके निधन के बाद उक्त सीटें खाली होने की वजह से ये चुनाव आयोजित किए जा रहे हैं।
इन दोनों नेताओं का कोरोना वायरस के चलते निधन हुआ था। चुनाव आयोग ने कहा,“आयोग ने तय किया है कि गुजरात की राज्यसभा सीटों के लिए दो उपचुनाव होंगे। ”
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नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 18 फरवरी
नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 18 फरवरी है। मतदान 1 मार्च को सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे के बीच होगा। मतगणना उसी दिन शाम 5 बजे से होगी।
अगर हम बात करें अहमद पटेल की तो उन्होंने 25 नवंबर, 2020 को एक प्राइवेट अस्पताल में अंतिम सांस ली थी। वो पांच बार राज्यसभा के लिए चुने गये थे. 2017 में वो जीतकर राज्यसभा में आए थे। उनके निधन वाले दिन ही इस सीट को रिक्त घोषित कर दिया गया था।
उनका कार्यकाल 18 अगस्त, 2023 को पूरा होता लेकिन इससे पहले ही उनका निधन हो गया। जबकि दूसरी सीट राज्यसभा सदस्य अभय भारद्वाज के निधन के बाद रिक्त हुई।
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दोनों रिक्त सीटों पर अलग-अलग चुनाव
उनका कार्यकाल 21 जून, 2026 तक था। चुनाव आयोग ने दोनों रिक्त सीटों पर अलग-अलग चुनाव कराने का निर्णय लिया है, सूत्रों की मानें तो इन दोनों ही सीटों पर बीजेपी प्रत्याशियों की जीत लगभग तय मानी जा रही है।
अगर हम गुजरात के सियासी समीकरण पर नजर डाले तो सूबे में भाजपा के के 111 विधायक हैं, जबकि कांग्रेस के पास 65 विधायक हैं। राज्यसभा चुनाव जीतने के लिए 50 फीसदी वोट चाहिए।
पिछले साल इसी तरह बीजेपी ने अमित शाह और स्मृति ईरानी द्वारा खाली की गईं सीटों पर भी जीत हासिल की की थी. 2019 में एक सीट पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने विजयी हुए थे।
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