हरियाणा की बेटी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रोशन कर रही देश का नाम
हरियाणा में अधिकांश लोग बेटी के जन्म पर दुखी होते हैं। मगर हरियाणा के फतेहाबाद जिले के दौलतपुर के एक ट्रक ड्राइवर को अपनी बेटी पर नाज है।
फतेहाबाद: हरियाणा में अधिकांश लोग बेटी के जन्म पर दुखी होते हैं। मगर हरियाणा के फतेहाबाद जिले के दौलतपुर के एक ट्रक ड्राइवर को अपनी बेटी पर नाज है। नाज होना भी चाहिए क्योंकि हरियाणा की ये बेटी न सिर्फ अपने प्रदेश का नाम रोशन कर रही है बल्कि पूरे देश को अपने ऊपर नाज करने का मौका दे रहे हैं।
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16 साल की अंजू भले ही एक ट्रक ड्राइवर की बेटी हो लेकिन उसके काम बड़े-बड़ों के लिए मिसाल बन गए हैं। दरअसल, दसवीं कक्षा की यह छात्रा बाल श्रमिकों को शिक्षा की रोशनी दिखा रही है। यही नहीं, इसके लिए उसे संयुक्त राष्ट्र वॉलंटियर अवार्ड से नवाजा भी जा चुका है। साथ ही, अब वह टेड-एक्स के वैश्विक मंच पर दुनिया को संबोधित करने जा रही है।
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यह बात न सिर्फ हरियाणा के लिए एक गर्व की बात है बल्कि इसपर पूरे देश को नाज है। हरियाणा एक ऐसा राज्य है जहां आज भी बेटियां बेड़ियों में जकड़ी रह रही हैं। या तो यहां बेटियों को जीने नहीं दिया जाता और अगर पैदा हो भी गयीं तो उन्होंने काफी कैद में रखा जाता है। अंजू इसी राज्य से है। अंजू न सिर्फ बच्चों को पढ़ाई करवा रही हैं बल्कि उस सोच को भी कड़ी टक्कर दे रही हैं, जो कहती है कि महिलाएं घर के अलावा और कोई काम नहीं कर सकतीं।
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