PM Modi Ka Bhashan: 'संविधान पर चर्चा' के दूसरे दिन पीएम मोदी ने दिया जवाब, जानिए भाषण की 10 मुख्य बातें

PM Modi Speech in Parliament : लोकसभा में भारत के संविधान की 75वीं वर्षगांठ पर संविधान पर चर्चा के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जवाब दे रहे हैं। जानिए उनके भाषण की 10 मुख्य बातें-;

Newstrack :  Network
Update:2024-12-14 17:57 IST

PM Modi Speech in Parliament : संसद के शीतकालीन सत्र का शनिवार को 15वां दिन है। लोकसभा में भारत के संविधान की 75वीं वर्षगांठ पर संविधान पर चर्चा के दूसरे यानि अंतिम दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विपक्ष के आरोपों का जवाब दे रहे हैं। पीएम मोदी ने इस दौरान देश की संस्कृति, परंपरा और लोकतंत्र का भी जिक्र किया। उन्होंने अपने संबोधन में नारी वंदन अधिनियम, अर्थव्यवस्था, अनुच्छेद 370, 'एक देश एक टैक्स', 'एक देश एक राशन कार्ड', 'एक देश एक स्वास्थ्य कार्ड', 'वन नेशन वन ग्रिड' सहित कई मुद्दों पर अपनी बात रखी है।    

पीएम के भाषण की 10 की मुख्य बातें

- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि संविधान के 75 वर्ष की यात्रा यादगार है। यह एक उत्सव मनाने का पल है। मेरे लिए गर्व की बात है, ये संसद भी इस उत्सव में भाग लेकर भावनाओं को व्यक्त कर रही है। उन्होंने कहा कि 75 वर्ष की उपलब्धि साधारण नहीं है। भारत का नागरिक हर कसौटी पर खरा उतरा है, जो अभिनंदन का अधिकारी है। भारत का लोकतंत्र बहुत ही समृद्ध रहा है। विश्व के लिए प्रेरक रहा है। इसीलिए भारत आज मदर ऑफ डेमोक्रेसी के लिए जाना जाता है। उन्होंने कहा कि हम लोकतंत्र की जननी हैं।

- उन्होंने कहा कि राजर्षि पुरुषोत्तमदास टंडन ने कहा था कि  सदियों के बाद हमारे देश में एक बार फिर ऐसी बैठक बुलाई गई है, जो हमारे मन में अपने गौरवशाली इतिहास की याद दिलाती है। जब हम स्वतंत्र हुआ करते थे, सभाएं आयोजित की जाती थीं, विद्धान लोग चर्चाएं की जाती थीं। उन्होंने कहा कि भारत का लोकतंत्र बहुत समृद्ध रहा है। यह हमारी संस्कृति और परंपरा में गहराई से निहित है। भारत के लोकतंत्र ने पूरी दुनिया को प्रेरित किया है। लोकतंत्र ने हमें हर चुनौती को पार करने और आगे बढ़ने की ताकत दी है।

- पीएम मोदी ने नारी शक्ति वंदन अधिनियम का जिक्र किया और कहा कि यह अधिनियम महिलाओं के लिए मील का पत्थर साबित होगा। भारत में शुरुआत से ही महिलाओं को वोट देने का अधिकार है। संसद में भी महिलाओं की लगातार वृद्धि हो रही है। पीएम मोदी ने अर्थव्यवस्था का जिक्र करते हुए कहा कि भारत आज तेजी के साथ प्रगति कर रहा है। भारत जल्द की दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यस्था बन जाएगा। यह उपलब्धि हम भारतीय की मेहनत और दृढ़ संकल्प का नतीजा है।

- पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के बाद विकृत मानसिकता और स्वार्थ की राजनीति ने देश की एकता पर चोट पहुंचाई है। इन चुनौतियों से उबरने के लिए एकजुट रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हमारी परंपरा और संस्कृति में विविधता को सेलिब्रेट करने की परंपरा है। उन्होंने कहा कि अनुच्देद 370 देश की एकता में रुकावट बना हुआ था, इसलिए धारा 370 को हमने हटाने का काम किया है।   कांग्रेस ने निरंतर संविधान की अवमानना है, उसके महत्व को कम किया है। उन्होंने कहा कि 370 सबको पता है, लेकिन 35 ए को संसद में लाए बिना देश में थोप दिया गया। उन्होंने कहा कि 35 ए नहीं थोपा गया होता तो जम्मू कश्मीर की ये हालत नहीं होती। उन्होंने देश को गुमराह किया गया है।

- पीएम मोदी ने कहा कि देश में जब संविधान के 25 वर्ष पूरे हो रहे थे, उसी समय संविधान को नोच लिया गया। देश को जेल खाना बना दिया और नागरिकों के अधिकार छीन लिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के माथे ये ऐसा पाप है, जो कभी भी नहीं धुल सकता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने संविधान निर्माताओं की कल्पना को मिट्टी में मिलाने का काम किया। उन्होंने कहा कि यह संविधान की ताकत ही है, जिसने कई लोगों को यहां तक पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि एक नहीं तीन बार प्रधानमंत्री बनना संविधान की शक्ति के बिना संभव ही नहीं है। उन्होंने कहा कि देश में कई उतार-चढ़ाव आए, लेकिन जनता ने हर चुनौती का सामना किया और लोकतंत्र को मजबूत किया।

- पीएम मोदी ने कांग्रेस पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि एक ही परिवार ने 55 वर्षों तक देश में शासन किया है। इसी दौरान लगातार संविधान पर हमले किए गए हैं। उन्होंने कहा कि 1951 में जब चुनी हुई सरकार नहीं थी, उस दौरान कांग्रेस एक अध्यादेश लाई और संविधान को बदल दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जो काम संविधान सभा में नहीं करवा पाई, उसे बाद में पीछे से किया। उन्होंने जवाहर लाल नेहरू की एक चिट्ठी का जिक्र किया, जो मुख्यमंत्रियों को लिखी थी। उन्होंने कहा गया था कि यदि संविधान हमारे रास्ते में आए तो उसे बदल देना चाहिए। उन्होंने एक अन्य घटना का जिक्र किया और कहा कि उस समय किए जा रहे एक पाप को लेकर राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने भी कहा था कि यह गलत हो रहा है। उस दौरान लोकसभा स्पीकर ने भी कहा था कि गलत हो रहा है, लेकिन किसी की नहीं सुनी गई। ये घटनाएं बताती हैं कि कांग्रेस ने किस तरह संविधान की मर्यादाओं का उल्लंघन किया।

- उन्होंने कहा कि 6 दशक में 75 बार संविधान को बदला गया। उन्होंने कहा कि देश के पहले प्रधानमंत्री ने जो बीज बोया था, उसे ही इंदिरा गांधी ने आगे बढ़ाने का किया था। उन्होंने 1975 में 39वां संशोधन कर दिया। उन्होंने ही ऐसा प्रावधान किया, जिसमें राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति, अध्यक्ष और प्रधानमंत्री के चुनाव के खिलाफ कोई कोर्ट में जा ही नहीं सकता है। यही नहीं, राजीव गांधी ने भी उसी परंपरा को आगे बढ़ाने का काम किया था, जिसे जवाहर लाल नेहरू ने शुरू किया और इंदिरा गांधी ने आगे बढ़ाया। राजीव गांधी ने वोटवैंक के कारण संविधान की भावना को बलि चढ़ा दी और कट्टरपंथियों के आगे सिर झुका दिया।  यही नहीं, कांग्रेस ने प्रधानमंत्री के ऊपर एक नेशनल एडवाइजरी काउंसिल बिठा दी, जो पीएमओ से भी ऊपर हो गई। इनकी आदत हो गई थी संविधान के साथ खिलवाड़ करने की। एक अहंकारी व्यक्ति ने संसद में कैबिनेट के निर्णय को फाड़ दिया था। इसके बाद कैबिनेट ने उस निर्णय को ही बदल दिया। 

- पीएम मोदी आरक्षण का जिक्र किया और कहा कि कांग्रेस जब सत्ता से बाहर हुई तभी बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को भारत रत्न देने का काम संभव हुआ है। उन्होंने कहा कि वोटबैंक की राजनीति के आगे आरक्षण का विरोध कांग्रेस ने ही किया है। उन्होंने कांग्रेस ने ही सबसे ज्यादा एससी-एसटी और ओबीसी का नुकसान किया है। मंडल कमीशन की रिपोर्ट को दशकों तक डिब्बे में डाल दिया था।

- उन्होंने यूसीसी का जिक्र करते हुए कहा कि इसे लेकर संविधान सभा में भी चर्चा हुई थी। सुप्रीम कोर्ट ने भी कई बार यूनिफॉर्म सिविल कोड पर बात की। आज कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट की भावना का अनादर करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ने धार्मिक आधार पर बने पर्सनल लॉ को समाप्त जोरदार वकालत की थी। उन्होंने ये लोग अपनी पार्टी के संविधान को भी नहीं मानते हैं। इनमें केवल सत्तावाद और परिवारवाद भरा हुआ है। इन्होंने सीताराम केसरी को उठाकर फुटपाथ में फेंकने का काम किया है। ये भी कहा जाता है कि उन्हें बाथरूम में बंद कर दिया गया है। ऐसे लोग संविधान की बात करते हैं। कांग्रेस की रगों में संविधान को तहस-नहस करना रहा है। 

- पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस के लोगों का सबसे प्रिय शब्द है, जिसके बिना वह जी नहीं सकते हैं, वह है जुमला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का सबसे पसंदीदा जुमला 'गरीबी हटाओ' था। 

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बता दें कि लोकसभा में 13 दिसंबर से दो दिवसीय संविधान पर चर्चा का आयोजन किया गया है। चर्चा के पहले दिन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी सहित कई नेताओं ने अपने-अपने भाषण दिए। वहीं, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शनिवार को अपना भाषण दिया है। उन्होंने सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी पर करारा प्रहार किया है। उन्होंने बीजेपी और मोदी सरकार पर संविधान को बदलने का आरोप लगाया है।

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