यूपी के इस इलाके में 45 दिनों में 70 मौतों से मचा हड़कंप, सो रहा प्रशासन !
बहराइच : अगर आपके घर में कोई बच्चा बीमार है और उसे आप जिला अस्पताल में इलाज कराने के लिए ला रहे हैं। तो आप अपने घर से जमीन पर बिछाने के लिए चादर व गोद में बैठाकर इलाज कराने के लिए कोई एक तीमारदार लेकर जरूर आइए। क्याेंकि जिला अस्पताल का चिल्ड्रेन वार्ड हाउस फुल है। वार्ड में न तो बेड पर जगह है और न ही जमीन पर। इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से भी कोई इंतजाम नहीं किया जा रहा है। इससे इलाज कराने आए तीमारदार व मरीज दोनों बेहाल है। 45 दिनों में 70 मौते हो चुकी है। यह आलम तब है जब जिले में दो मंत्री व चार विधायक भाजपा के हैं।
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जिला अस्पताल का चिल्ड्रेन वार्ड पिछले एक सप्ताह से हाउसफुल चल रहा है। 40 बेड के वार्ड में लगभग 80 बच्चे भर्ती हैं। वार्ड में जमीन पर भी जगह नहीं बची है। तीमारदार अपने बच्चे का इलाज गोद में लेकर कराने पर विवश है। दस बेड के पीआईसीयू वार्ड की हालत और भी खराब हो गई है। एक बेड पर तीन बच्चों का इलाज हो रहा है। हालात इतने खराब हो गए है कि 45 दिनों में 70 मौतें हो चुकी है। दिन- प्रतिदिन मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। बावजूद इसके जिला प्रशासन अस्पताल की सुध लेने को तैयार नहीं है। यही नहीं जिला अस्पताल शहर की विधायक व प्रदेश सरकार में बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार अनुपमा जायसवाल के विधानसभा में अाता है।
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सीएमएस डॉ.ओपी पांडेय ने बताया कि मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए 50 बेड, 50 गद्दे व 50 ड्रिप स्टैंड और मंगाए गए हैं। इलाज के लिए और स्वास्थ्य कर्मी बढ़ाए गए हैं। जब इस संबध में बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री अनुपमा जायसवाल से बात की गई तो उन्होने बताया कि अस्पताल में संसाधन की कमी की बात सामने आ रही हैै। जल्द ही इसे दूर कराया जाएगा। मौत के मामले में मंत्री ने बताया कि अभी जागरूकता की कमी है। बच्चे की हालत जब ज्यादा खराब हो जाती है तब परिजन उन्हे इलाज कराने के लिए जिला अस्पताल लाते है। बावजूद इसके अस्पताल प्रशासन उनकी जान बचाने की पूरी कोशिश करता है।