Tirupati Row: तिरुपति प्रसादम विवाद पर स्वास्थ्य मंत्री ने CM नायडू से की बात, FSSAI करेगी लैब रिपोर्ट की जांच

Tirupati Row: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने तिरूमाला लड्डू प्रसादम में मिलावट को लेकर मुख्यमंत्री नायडू से फोन पर बात की है। उन्होंने इस मामले में आंध्र प्रदेष सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।

Update:2024-09-20 15:35 IST

तिरुपति प्रसादम विवाद पर स्वास्थ्य मंत्री ने CM नायडू से की बात (सोशल मीडिया)

Tirupati Row: तिरूपति मंदिर परिसर में मिलने वाले लड्डुओं में जानवरों की चर्बी मिलाने के दावों को लेकर उपजा विवाद अब बढ़ता जा रहा है। इस मामले में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने तिरूमाला लड्डू प्रसादम में मिलावट को लेकर मुख्यमंत्री नायडू से फोन पर बात की है। उन्होंने इस मामले में आंध्र प्रदेश सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) तिरूपति में मिलने वाले लड्डुओं की जांच करेगा। रिपोर्ट मिलने के बाद जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

इससे पूर्व केंद्रीय खाद्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने भी आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू द्वारा तिरुपति के लड्डुओं में जानवरों की चर्बी के उपयोग होने के संबंध में लगाए गए आरोपों की जांच की मांग की थी। उल्लेखनीय है कि सीएम चंद्रबाबू नायडू ने पूर्ववर्ती सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने पूर्ववर्ती जगन मोहन रेड्डी की सरकार पर आरोप लगाया है कि उनके कार्यकाल में तिरूपति में मिलने वाले प्रसाद के लड्डू को बनाने में इस्तेमाल किये गये घी में पशुओं की चर्बी मिली। साथ ही लड्डुओं को बनाने के लिए घटिया सामग्री का भी इस्तेमाल किया गया। तिरूपति के लड्डू में पशु चर्बी मिलने के विवाद बढ़ गया है। 

मिलावट के लिए होनी चाहिए फांसी की सजाः गिरिराज सिंह

तिरूपति में मिलने वाले लड्डू में जानवरों की चर्बी मिलने पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी आपत्ति दर्ज की है। उन्होंने कहा कि यह हिंदू समुदाय के साथ घोर अन्याय है। ऐसा करने वालों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस घी की कीमत लगभग बीस हजार करोड़ रुपए है। इस मामले की सीबीआई से जांच होनी चाहिए। पूर्ववर्ती जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली सरकार ने श्रीजा से प्रसाद बनाने के लिए घी नहीं खरीदा। जोकि दुनिया की सबसे बड़ी महिला स्वामित्व संस्था है। सीबीआई जांच में ही पता चल सकेगा कि किस कीमत पर घी खरीदा गया और घटिया पशु चर्बी युक्त घी क्यों खरीदा गया? उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह का कृत्य करने वाली सरकार एक खास समुदाय की है। यह हिंदू समुदाय के साथ अन्याय है। सिर्फ मिलावट के लिए सजा नहीं बल्कि ऐसा करने वालों को तो फांसी की सजा मिलनी चाहिए।

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