Terrorist Arrested: हैदराबाद पुलिस ने नाकाम की बड़ी आतंकी साजिश, तीन दहशतगर्दों को किया गिरफ्तार

Hyderabad News: हैदराबाद पुलिस (Hyderabad Police) ने रविवार को तीन दहशतगर्दों को दबोचकर बड़ी आतंकी साजिश (terrorist plot) को नाकाम किया है।

Update: 2022-10-03 07:05 GMT

 हैदराबाद: हैदराबाद पुलिस ने नाकाम की बड़ी आतंकी साजिश, तीन दहशतगर्दों को किया गिरफ्तार: Photo- Social Media

Hyderabad News: हैदराबाद पुलिस (Hyderabad Police) ने रविवार को तीन दहशतगर्दों को दबोचकर बड़ी आतंकी साजिश (terrorist plot) को नाकाम किया है। ये आतंकी दशहरा के मौके पर हैदराबाद में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहे थे। हैदराबाद पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आतंकियों के निशाने पर दशहरे का कार्यक्रम, संघ और बीजेपी नेताओं का सभा था। आतंकी लोन वुल्फ हमलों के जरिए शहर में व्यापक पैमारे पर तबाही मचाने की साजिश रच रहे थे। तीनों आतंकियों के शहर के मलकपेट इलाके से गिरफ्तार किया गया है।

आतंकियों की पहचान अब्दुल जाहिद, मोहम्मद समीउद्दीन और माज हसन फारूक के रूप में हुई है। उनके पास से 5 मोबाइल फोन, 4 हथगोले और कैश बरामद हुए हैं। ये भीड़ – भाड़ वाले इलाके में फिदायीन हमले की योजना बना रहे थे ताकि नुकसान और दहशत अधिक से अधिक हो। इनके निशाने पर हैदराबाद का भीड़-भाड़ वाला पब्लिक प्लेस था। संघ और भाजपा नेताओं पर हमले कर ये सांप्रदायिक तनाव पैदा करना चाहते थे।

आईएसआई से जुड़ा है कनेक्शन

गिरफ्तार तीनों आतंकी पाकिस्तान से ऑपरेट करने वाला कुख्यात आतंकी संगठन लश्कर – ए- तैयबा और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के हैंडलरों के संपर्क में था। अब्दुल जाहिद ने अपने कबूलनामे में बताया कि वो फरहतुल्ला गोरी, अबू हमजाला और मजीद से संपर्क में था। उन्होंने हैदराबाद में आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए प्रेरित किए और इसके लिए पैसे दिए।

पुलिस ने बताया कि उसे गुप्त सूचना मिली थी कि जाहिद फिर से आईएसआई से जुड़कर आतंकी हमले की साजिश रच रहा है। उसने पाकिस्तानी आकाओं के कहने पर समीउद्दीन और माज हसन को अपने साथ जोड़ा था। वह लगातार आईएसआई और लश्कर के संपर्क में था। अदालत में पेश करने के बाद तीनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

अब्दुल जाहिद का आतंक से पुराना नाता

गिरफ्तार मुख्य आतंकी अब्दुल जाहिद का आतंकी गतिविधियों से पुराना कनेक्शन रहा है। उसने तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में कई आतंकी साजिश को अंजाम दिया। उसने 2002 में दिलसुखनगर के साईंबाबा मंदिर, 2004 में सिकंदराबाद में मौजूद गणेश मंदिर और 2005 में बेगमपेट स्थित सिटी पुलिस कमिश्नर के टास्क फोर्स के दफ्तर पर आत्मघाती हमला किया था। इन हमलों को अंजाम देने के लिए उसने कई स्थानीय युवाओं की भर्ती की थी। बता दें कि हैदराबाद सांप्रदायिक रूप से एक संवेदनशील शहर रहा है। ऐसे में एक छोटी सी घटना भी यहां किसी बड़े संघर्ष का रूप ले सकती है। 

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