Maharashtra: महाराष्ट्र में बड़े कारोबारी के यहां आयकर विभाग का छापा, 390 करोड़ की मिली बेनामी संपत्ति
Income Tax Raid: पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश के बाद अब महाराष्ट्र के एक बड़े कारोबारी के ठिकानों पर छापा पड़ा है। आयकर विभाग की इस कार्रवाई में 390 करोड़ की बेनामी संपत्ति का पता चला है।
Maharashtra IT Raid: कालाधन को दबा कर बैठे धनकुबेरों के यहां केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई जारी है। पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश के बाद अब महाराष्ट्र के एक बड़े कारोबारी के ठिकानों पर छापा पड़ा है। आयकर विभाग की इस कार्रवाई में 390 करोड़ की बेनामी संपत्ति का पता चला है। महाराष्ट्र के जालना में एक स्टील, कपड़ा और रियल एस्टेट कारोबारी के यहां रेड में आईटी डिपार्टमेंट को 58 करोड़ रूपये नकद, 32 किलो सोना, हीरे-मोती के दाने और संपत्ति के कई कागजात हाथ लगे हैं।
जानकारी के मुताबिक, आयकर विभाग ने ये कार्रवाई 1 अगस्त से 8 अगस्त के बीच की है। इस कार्रवाई को विभाग के नासिक ब्रांच ने अंजाम दिया। इसमें राज्यभर के कुल 260 अधिकारी और कर्मचारी शामिल थे। ये लोग पांच टीमों में विभाजित थे। छापेमारी में 120 गाड़ियों का इस्तेमाल किया गया। ये पूरी कार्रवाई फिल्मी अंदाज में की गई। बेनामी धन रखने वाले बिजनेसमैन को किसी भी तरह का मौका नहीं दिया गया।
काफी दिनों से रडार पर था कारोबारी
आयकर विभाग को काफी समय से सूचना मिल रही थी कि जालना में कार्यरत चार स्टील कंपनी के व्यवहार में कुछ अनियमितताएं है। जानकारी के पक्की होने के बाद विभाग ने कारोबारी के ठिकानों पर पूरी तैयारी के साथ धावा बोला। इनकम टैक्स विभाग की टीम ने पहले घर और कारखानों पर छापा मारा लेकिन कुछ नहीं मिला। इसके बाद शहर के बाहर स्थित फॉर्म हाउस पर रेड मारा, यहां पर भारी मात्रा में नकदी, सोना-हीरा समेत संपत्ति के कई कागजात मिले।
जानकारी के मुताबिक, कारोबारी के यहां से मिले अकूत पैसे को जालना के लोकल एसबीआई ब्रांच में ले जाया गया। यहां पर नोटों को गिनने में करीब 13 घंटे का समय लगा। सुबह 11 बजे जो कैश गिनने का काम शुरू हुआ था, वह रात के 1 बजे खत्म हुआ।
बता दें कि इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी के छापे के बाद पश्चिम बंगाल के पूर्व कैबिनेट मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के ठिकानों से 50 करोड़ कैश बरामद किए गए थे। इसके अलावा यूपी में कानपुर के इत्र कारोबारी पीयूष जैन के यहां छापे में 197 करोड़ रूपये कैश मिले थे।