चिप प्रोडक्शन में भारत की ऊंची छलांग, पांचवी यूनिट को मंजूरी, गुजरात में होगी स्थापना

Chip Production : चिप या सेमी कंडक्टर निर्माण में भारत ने चीन और ताइवान को टक्कर देने की तैयारी की है।

Report :  Neel Mani Lal
Update: 2024-09-03 13:51 GMT

Chip Production : चिप या सेमी कंडक्टर निर्माण में भारत ने चीन और ताइवान को टक्कर देने की तैयारी की है। इस क्रम में केंद्र सरकार ने गुजरात के साणंद में ₹3,307 करोड़ के निवेश से सेमीकंडक्टर इकाई स्थापित करने के लिए कायन्स सेमीकॉन के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। यह भारत सेमीकंडक्टर मिशन (आईएसएम) के तहत मंजूर होने वाली पांचवीं सेमीकंडक्टर यूनिट है, तथा साणंद में स्थापित होने वाली दूसरी यूनिट है। इससे कुल निवेश ₹1,52,307 करोड़ हो गया है।

भारत ने दिसंबर 2021 में 76,000 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ "भारत सेमीकंडक्टर मिशन" और "डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम" लॉन्च किया था। केनेस सेमीकॉन एटीएमपी (असेंबली, टेस्टिंग, मार्किंग और पैकेजिंग) यूनिट प्रतिदिन लगभग 6 मिलियन चिप्स का उत्पादन करने में सक्षम होगी। इन चिप्स का उपयोग उद्योगों, ऑटोमोबाइल क्षेत्र, इलेक्ट्रिक वाहनों, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स, दूरसंचार उपकरणों और मोबाइल फोन में किया जाएगा।

केनेस सेमीकॉन के सीईओ रघु पनिकर ने कहा कि नई यूनिट साणंद में 47-50 एकड़ में स्थापित की जाएगी। अगले छह से आठ महीनों में क्लीन रूम का निर्माण हो जाएगा। उन्होंने कहा कि 31 मार्च, 2025 तक, भुगतान करने वाले ग्राहक के लिए पहली पैकेज्ड चिप जारी की जाएगी। केनेस सेमीकॉन कर्नाटक स्थित इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माता केनेस टेक्नोलॉजी की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है।

अन्य चार कंपनियां

- गुजरात में अमेरिकी कंपनी माइक्रोन की फैक्टरी को जून 2023 में मंजूरी दी गई थी। माइक्रोन ने प्लांट में 2.75 बिलियन डॉलर का निवेश किया और सितंबर 2023 में निर्माण शुरू हुआ। अगले साल के मध्य तक इस प्लांट से पहली मेड-इन-इंडिया चिप का उत्पादन किया जाएगा।

- भारत की पहली सेमीकंडक्टर फैब इकाई धोलेरा (गुजरात) में टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा ताइवान की पावरचिप सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कॉरपोरेशन के साथ साझेदारी में स्थापित की गई थी।

- मोरीगांव (असम) में टाटा सेमीकंडक्टर असेंबली एंड टेस्ट प्राइवेट लिमिटेड (टीएसएटी) और साणंद (गुजरात) में सीजी पावर (जापान की रेनेसास इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन और थाईलैंड की स्टार्स माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स के साथ साझेदारी में स्थापित की गई है। टाटा के असम प्लांट का निर्माण हाल ही में शुरू हुआ है, जबकि सीजी पावर के साणंद प्लांट का डिजाइन तैयार हो चुका है और जल्द ही निर्माण शुरू हो जाएगा।

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