Operation Ajay: इजरायल से भारतीयों की वापसी के लिए केंद्र सरकार ने शुरू किया 'ऑपरेशन अजय', कल उड़ान भरेगी स्पेशल फ्लाइट
Israel Hamas War: इजरायल से भारतीयों की सुरक्षित वतन वापसी के लिए मोदी सरकार ने 'ऑपरेशन अजय' शुरू किया। इसका ऐलान विदेश मंत्री एस जयशंकर ने किया।
Israel Hamas War: इजरायल पर फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास के हमले के बाद पूरा क्षेत्र युद्ध का मैदान बन गया है। बुधवार (11 अक्टूबर) को पांचवें दिन भी जंग जारी है। इस बीच भारत ने इजरायल में रह रहे भारतीयों के लिए ऑपरेशन अजय (Operation Ajay) शुरू किया है।
इजरायल और हमास के बीच जारी भीषण जंग के बीच केंद्र की मोदी सरकार ने अपने नागरिकों की सुरक्षित वतन वापसी के लिए अभियान शुरू किया है। इस अभियान का नाम 'ऑपरेशन अजय' रखा गया है। विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर (Dr. S Jaishankar) ने एक्स पोस्ट में इसकी जानकारी दी।
एस जयशंकर ने पोस्ट में क्या कहा?
भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, 'इजरायल से भारत आने को इच्छुक लोगों के लिए 'ऑपरेशन अजय' लॉन्च कर रहे हैं। स्पेशल चार्टर फ्लाइट तथा अन्य तरह की व्यवस्था की जा रही है। विदेशों में रहे रहे अपने नागरिकों की सुरक्षा और भलाई के लिए हम पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।'
कल आएगी पहली फ्लाइट
विदेश में जयशंकर के पोस्ट पर इजरायल में भारत के दूतावास ने कहा है कि, 'जिन भारतीय नागरिकों ने अपना रजिस्ट्रेशन करवाया है, उन्हें कल यानी गुरुवार (12 अक्टूबर) की स्पेशल फ्लाइट के लिए मेल कर दिया गया है। बाद की उड़ानों के लिए अन्य रजिस्टर्ड लोगों को संदेश भेजा जाएगा।'
इजरायल में 20000 से अधिक भारतीय
मीडिया रिपोर्ट्स में मुंबई में इजराइल के महावाणिज्य दूत कोबी शोशानी (Consul General Kobi Shoshani) के हवाले से कहा गया है कि, 'इजरायल में 20 हजार से अधिक भारतीय रह रहे हैं।' आपको बता दें, इजरायल में भारतीय नागरिक काम या पढ़ाई के सिलसिले में वहां गए हैं। वहां रहने वाले भारतीयों का एक बड़ा हिस्सा देखभाल करने वालों के रूप में काम करता है। जबकि, करीब एक हजार छात्र, कई आईटी प्रोफेशनल्स और हीरा व्यापारी भी हैं।
इजरायल में बनी 'आपातकालीन साझा सरकार'
इस बीच हमास के खिलाफ लड़ने के लिए इजरायल ने पक्ष-विपक्ष को मिलाकर एक 'आपातकालीन साझा सरकार' का गठन किया है। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (PM Benjamin Netanyahu) ने पूर्व रक्षा मंत्री तथा मध्यमार्गी विपक्षी दल के नेता बेनी गैंट्ज के साथ मीटिंग में 'साझा सरकार' बनाने पर सहमति जाहिर की। ये सरकार पूरी तरह से युद्ध पर केंद्रित होगी। गैंट्ज की नेशनल यूनिटी पार्टी (National Unity Party) की तरफ से जारी संयुक्त बयान में ये जानकारी दी। यह सरकार ऐसे समय में बनी है जब हमास की सैन्य शाखा अल कासम ब्रिगेड (Al Qasm Brigade) ने दावा किया है कि उसके लड़ाके अभी इजरायल के भीतर बने हुए हैं। आगे भी लड़ाई जारी रखेंगे।
इजरायल के तेवर सख्त, हमास के लड़कों में बेचैनी
गौरतलब है कि, 7 अक्टूबर की सुबह फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास ने इजरायल पर सैकड़ों रॉकेट दागे। इस अचानक हुए हमले में निर्दोष इजरायलियों की जान गई। हमास ने घुसपैठ कर आम लोगों को निशाना बनाया। कई लोगों को बंधक भी बनाया है। इसके बाद इजरायल ने हमास पर जवाबी कार्रवाई शुरू की। इजरायल की तरफ से गाजा पर लगातार हमले जारी हैं। वहीं, हमास भले ही इजरायल पर रॉकेट दाग रहा है लेकिन बातचीत की पेशकश भी कर रहा है। लेकिन, इजरायल बदला लेने के मूड में है। उसके तेवर देख हमास के लड़कों में बेचैनी है। इस जंग में अब तक दोनों तरफ से 2100 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। गाजा के ऊर्जा मंत्रालय ने बताया कि, एक बिजली संयंत्र में ईंधन खत्म हो गया है।