Indian Air Force: वायुसेना ने किया 12 हजार फीट पर हैरतअंगेज ऑपरेशन, बचा ली 12 जवानों की जान
Indian Air Force: भारतीय वायु सेना ने एक हैरतअंगेज ऑपरेशन को अंजाम देते हुये सिक्किम में 12 हजार फीट की उंचाई पर वाहन दुर्घटना में घायल हुये 12 जवानों को सकुशल बचा लिया।
Indian Air Force: भारतीय वायु सेना ने एक हैरतअंगेज ऑपरेशन को अंजाम देते हुये सिक्किम में 12 हजार फीट की उंचाई पर वाहन दुर्घटना में घायल हुये 12 जवानों को सकुशल बचा लिया। पूरा मामला, सिक्किम के जुलुक का है। जहां आज एक सड़क हादसा हुआ, जिसमें पैरामिलिट्री के जवान भी शामिल थे। यह हादसा 12,000 फीट की ऊंचाई पर हुआ, जिसके बाद भारतीय वायुसेना ने त्वरित रूप से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। इस ऑपरेशन के तहत 12 जख्मी जवानों को सुरक्षित निकाला गया।
पूर्वी एयर कमांड के चीता हेलिकॉप्टर और गंगटोक से Mi-17 हेलिकॉप्टर्स रेस्क्यू में जुटे हुए थे। सभी जख्मी जवानों को बागडोगरा के पास स्थित बेंगडुबी के मिलिट्री अस्पताल में भर्ती कराया गया है, और उनकी स्थिति अब स्थिर है। इस घटना के बारे में अधिक जानकारी अभी प्राप्त नहीं हो पाई है, और हादसे की वजह भी स्पष्ट नहीं हो पाई है। हालांकि, सभी जख्मी जवानों की जान को अब कोई खतरा नहीं है।
रक्षा अधिकारी ने पूरी घटना की जानकारी देते हुये बताया, भारतीय वायुसेना ने आज सिक्किम सेक्टर में जुलुक नामक स्थान के पास एक रोड एक्सीडेंट में घायल हुए 12 अर्धसैनिक कर्मियों को निकालने के लिए तेजी से रेस्कयू ऑपरेशन चलाया। ईस्टर्न एयर कमांड ने पैरामिलिट्री कर्मियों को बचाने और उन्हें बागडोगरा के पास बेंगडुबी में एक सैन्य अस्पताल ले जाने के लिए जुलुक हेलीपैड पर अपने चीता हेलिकॉप्टर और गंगटोक में एमआई-17 हेलीकॉप्टर तैनात किए। निकाले गए सभी 12 लोग अब खतरे से बाहर हैं। जुलुक में हेलीपैड बहुत छोटा है और लगभग 12,000 फीट की ऊंचाई पर है। फिर भी, भारतीय वायुसेना ने इस चुनौती को स्वीकार किया और बिना समय गंवाए जवानों की जान बचाई। इस ऑपरेशन ने भारतीय वायुसेना की तत्परता, साहस और पेशेवर क्षमता को साबित किया है, जो मुश्किल से मुश्किल परिस्थितियों में भी अपनी कर्तव्यों को निभाने के लिए हमेशा तैयार रहती है।