LAC पर हारा चीन: भारत ने यहां कर लिया कब्जा, मिली कड़ी चेतावनी

पूर्वी लद्दाख में सीमा पर भारत और चीन के बीच तनाव चरम पर बना हुआ है। बीते तीन हफ्तों के अंदर भारतीय सैनिकों ने चीन को पटखनी देते हुए एलएसी पर छह नए प्रमुख पहाड़ी ठिकानों पर अपना कब्जा कर लिया है।

Update:2020-09-20 18:26 IST
भारतीय सेना ने छह नए पहाड़ी ठिकारों में जमाना अधिकार (

नई दिल्ली: पूर्वी लद्दाख में सीमा पर भारत और चीन के बीच तनाव चरम पर बना हुआ है। हालांकि वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत मजबूत स्थिति में खड़ा है। जब चीन ने अगस्त महीने के अंत में घुसपैठ करने की साजिश रची तो ना केवल भारतीय सेना ने चीनी सैनिकों को खदेड़ दिया, बल्कि LAC पर कई अहम पहाड़ी चोटियों पर अपना कब्जा भी जमा लिया। जानकारी के मुताबिक, बीते तीन हफ्तों के अंदर भारतीय सैनिकों ने चीन को पटखनी देते हुए एलएसी पर छह नए प्रमुख पहाड़ी ठिकानों पर अपना कब्जा कर लिया है।

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तीन हफ्तों में छह नए ऊंचाई वाले ठिकानोंं पर सेना ने किया कब्जा

मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से लिखा गया है कि भारतीय सेना ने 29 अगस्त से सितंबर के दूसरे हफ्ते के बीच छह नए ऊंचाई वाले ठिकानोंं पर कब्जा कर लिया है। भारतीय सैनिकों ने जिन नए पहाड़ी क्षेत्रों में कब्जा जमाया है, उनमें गुरंग हिल, मागर हिल, मोखपारी , रेसेन ला, रेजांग ला और फिंगर 4 के पास चीनी उपस्थिति वाले क्षेत्र शामिल हैं। बताया जा रहा है कि ये पहाड़ी क्षेत्र निष्क्रिय पड़े हुए थे और चीनी सैनिक भी इस क्षेत्र में अपना अधिकार जमाना चाहते थे, लेकिन भारतीय सेना ने चीनी सैनिकों से पहले ही इस क्षेत्र पर कब्जा जमा लिया।

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छह नए पहाड़ी ठिकानों पर सेना ने किया कब्जा (फोटो- सोशल मीडिया)

भारतीय सैनिकों को चीनी सेना के खिलाफ मिली बढ़त

इन प्रभावी ऊंचाइयों पर भारतीय सेना का कब्जा होने से सेना के जवानों को अब दुश्मन देश चीन के खिलाफ इन क्षेत्रों में बढ़त मिली है। सूत्रों के मुताबिक, चीनी सेना की ऊंचाइयों पर कब्जे की कोशिशों नाकाम करने के दौरान पेंगोंग झील के उत्तरी तट से झील के दक्षिणी किनारे तक कम से कम तीन मौकों पर हवा में गोलियां चलाई गईं। वहीं भारत द्वारा चोटियों पर कब्जा किए जाने के बाद चीनी सेना की ओर से रेसेन ला और रेजांग ला ऊंचाइयों के पास 3,000 अतिरिक्त सैनिकों को तैनाती की गई है। इसमें चीन की पैदल सेना और बख्तरबंद सैनिक शामिल हैं।

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मई महीने से ही जारी है दोनों पक्षों के बीच तनाव

भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत की निगरानी में चीन के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। गौरतलब है कि मई महीने से ही दोनों सेनाओं के बीच तनाव जारी है। वहीं केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में कहा था कि हम इस तनाव को बातचीत के जरिए कम करना चाहते हैं।

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