LOC पर खतरा: जमीन के अंदर आतंकियों की सुरंग, पाकिस्तान की घिनौनी चाल

भारतीय सेना द्वारा लगातार आतंकी घटनाओं को रोकने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं। ऐसे में इस बीच सीमा सुरक्षा बल(BSF) ने कठुआ के हीरानगर सेक्टर में अंतर्राष्ट्रीय सीमा के साथ लगी एक सुरंग का पता लगाया है।

Update:2021-01-13 13:52 IST
जम्मू-कश्मीर में दुश्मनों का खात्मा करने के लिए सेना मुस्तैदी से तैनात है। सेना द्वारा लगातार आतंकी घटनाओं को रोकने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं।

कठुआ: जम्मू-कश्मीर में दुश्मनों का खात्मा करने के लिए सेना मुस्तैदी से तैनात है। भारतीय सेना द्वारा लगातार आतंकी घटनाओं को रोकने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं। ऐसे में इस बीच सीमा सुरक्षा बल(BSF) ने कठुआ के हीरानगर सेक्टर में अंतर्राष्ट्रीय सीमा के साथ लगी एक सुरंग का पता लगाया है। बता दें, इससे पहले भी बीएसएफ को कई ऐसी आतंकी सुरंगों का पता लगा चुकी है, जिनसे पाकिस्तान का रास्ता जुड़ता था।

यह भी पढ़ें: टेरर फंडिंग केस में आतंकी जकिउर रहमान लखवी को 15 साल की सजा

आतंकवादियों को घुसाने के लिए

घाटी के कठुआ जिले में सीमा सुरक्षा बल(BSF) के जवानों ने अंतर्राष्ट्रीय सीमा के नीचे एक सुरंग का पता लगाया है। ऐसे में अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि की है। साथ ही अधिकारियों का कहना है कि बुधवार सुबह एक अभियान के दौरान बीएसएफ के जवानों ने बोबियान गांव में सीमा पार से बनाई गई एक सुरंग का पता लगाया, जिसका निर्माण आतंकवादियों को घुसाने के लिए किया गया है। हालाकिं बीएसएफ और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं।

फोटो-सोशल मीडिया

वैसे बता दें, ये पहला मामला नहीं है, जब बॉर्डर पर किसी सुरंग का पता चला हो। वहीं इससे पहले भी कई बार भारतीय सेना ने पाकिस्तान को जोड़ती हुई सुरंगों का पता लगाया है। बीते साल सुरक्षाबलों ने जम्मू के साम्बा जिले में पाकिस्तानी सुरंग का पता लगाया था।

यह भी पढ़ें:400 आतंकी LoC पार: बड़े हमले के मिले संकेत, सेना कोने-कोने में तैनात

सुरंग का पता

घाटी में इस सुरंग के जरिए जैश के आतंकियों ने भारतीय सीमा में घुसपैठ को अंजाम दिया था। असल में नगरोटा हमले की जांच में एजेंसियां जुटी हुई थी। तभी इसी दौरान बीएसएफ ने उस सुरंग का पता लगाया, जिसके जरिए चार जैश के आतंकियों ने घुसपैठ की थी।

वहीं साम्बा जिले में मिली टनल को लेकर बीएसएफ(BSF) का कहना था कि यह काफी मुश्किलों भरा इलाका है। यहां से कुछ ही दूरी पर पाकिस्तान का क्षेत्र है। ऐसे में बीएसएफ का कहना था कि यह एक नई टनल थी और इसका इस्तेमाल पाकिस्तान ने पहली बार किया था।

यह भी पढ़ें:टेरर फंडिंग केस में आतंकी जकिउर रहमान लखवी को 15 साल की सजा

Tags:    

Similar News