J&K DG Murder Case: घरेलू नौकर ने ही मार डाला जम्मू कश्मीर के डीजीपी को

J&K DG Murder Case: पुलिस का कहना है कि अपराध स्थल से बरामद सीसीटीवी फुटेज में यासिर हत्या के तुरंत बाद भागता हुआ दिखाई दे रहा है।

Written By :  Neel Mani Lal
Update: 2022-10-04 08:13 GMT

जम्मू कश्मीर में DG जेल की हत्या से हड़कंप (photo: social media )

J&K DG Murder Case: लश्कर-ए-तैयबा की भारतीय शाखा, पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फोर्स (पीएएफएफ) ने जम्मू-कश्मीर के डीजीपी (जेल) हेमंत कुमार लोहिया की हत्या की जिम्मेदारी ली है। 57 वर्षीय हेमंत लोहिया कल जम्मू के बाहरी इलाके में अपने आवास पर मृत पाए गए थे। पुलिस के मुताबिक उनका गला कटा हुआ था और उनके शरीर पर जलने के निशान थे। फिलहाल, यासिर अहमद नामक एक संदिग्ध की तलाश की जा रही है जो लोहिया के घर पर काम करता था। पुलिस का कहना है कि अपराध स्थल से बरामद सीसीटीवी फुटेज में यासिर हत्या के तुरंत बाद भागता हुआ दिखाई दे रहा है।

पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फोर्स का दावा

हेमंत लोहिया की ह्त्या के बाद सोशल मीडिया पर प्रसारित एक नोट में आतंकी संगठन 'पीएएफएफ' ने कहा – "हमारे विशेष दस्ते ने जम्मू के उदयवाला में एक खुफिया आधारित ऑपरेशन को अंजाम दिया, जिसमें पुलिस महानिदेशक, जेल विभाग एचके लोहिया, एक हाई वैल्यू टारगेट था।"

पीएएफएफ ने जम्मू और कश्मीर में हाल के सभी आतंकवादी हमलों का दावा किया है, जिसमें गैर-स्थानीय लोगों पर हमले भी शामिल हैं। इस तरह के और हाई-प्रोफाइल ऑपरेशनों को अंजाम देने की धमकी देते हुए, आतंकी समूह ने चेतावनी दी कि वह "कभी भी और कहीं भी सटीकता के साथ हमला कर सकता है"। पीएएफएफ ने जम्मू-कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे पर आए अमित शाह का जिक्र करते हुए कहा - ऐसे सुरक्षा ग्रिड के बीच उनके गृह मंत्री के लिए यह एक छोटा सा उपहार है।'

खुद को पीपुल्स एंटी-फ़ासिस्ट फ्रंट कहने वाले समूह ने कहा कि लोहिया की हत्या "इस हिंदुत्व शासन और उसके सहयोगियों को चेतावनी देने के लिए इस तरह के हाई-प्रोफाइल ऑपरेशन की शुरुआत है कि हम कभी भी और कहीं भी सटीकता के साथ हमला करेंगे"।

पुलिस का बयान

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मुकेश सिंह ने प्रारंभिक जांच का हवाला देते हुए कहा कि अभी तक "कोई आतंकवादी कृत्य स्पष्ट नहीं है"। सिंह ने कहा कि गहन जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियार को जब्त कर लिया गया है और कुछ दस्तावेजी सबूत भी संदिग्ध की मानसिक स्थिति को दर्शाते हैं। मुकेश सिंह के अनुसार, लोहिया का घरेलू नौकर 23 वर्षीय यासिर अहमद मुख्य आरोपी है। यासिर अहमद करीब छह महीने से लोहिया के घर पर काम कर रहा था। मुकेश सिंह ने शुरुआती जांच का हवाला देते हुए कहा कि यासिर अहमद अपने व्यवहार में काफी आक्रामक था और डिप्रेशन में भी था। यासिर जम्मू से करीब 120 किलोमीटर दूर रामबन का रहने वाला है।

मुकेश सिंह ने कहा कि लोहिया जलने के कारण मृत पाए गए और उनका गला काटा गया। उन्होंने अपराध स्थल की प्रारंभिक जांच का हवाला दिया और कहा कि हत्यारे ने पहले लोहिया को मौत के घाट उतारा और उसका गला काटने के लिए केचप की टूटी हुई बोतल का इस्तेमाल किया और बाद में शरीर को आग लगाने की कोशिश की गयी। लोहिया के आवास के गार्डों ने लोहिया के कमरे के अंदर आग देखी और अंदर से बंद होने के कारण उसका दरवाजा तोड़ दिया।

लोहिया की हत्या उस दिन की गई थी, जिस दिन अमित शाह जम्मू-कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे पर जम्मू पहुंचे थे।

संदिग्ध की निजी डायरी

पुलिस सूत्रों के अनुसार, यासिर की निजी डायरी से पता चलता है कि वह डिप्रेशन में था। उसने लिखा है - "प्रिय मृत्यु, मेरे जीवन में आओ।", "मुझे खेद है कि मेरा दिन, सप्ताह, महीना, वर्ष, जीवन खराब हो रहा है।"

पुलिस का कहना है कि एक डायरी में हिंदी में गाने हैं, जिनमें से एक का शीर्षक है, 'भुला देना मुझे।" अन्य पृष्ठ छोटे वाक्यों और नोट्स से भरे हुए हैं - "मैं अपने जीवन से नफरत करता हूं", 'जीवन सिर्फ दुःख है ..." -र एक में एक चार्ट है जो "माई लाइफ 1%' लेबल वाली फोन बैटरी के चित्र से शुरू होता है।''लव 0%, टेंशन 90%, सैड 99%, फेक स्माइल 100%" भी लिखा हुआ है।

'लाइफ' शीर्षक वाले एक और नोट में लिखा है - "मैं जैसी लाइफ जी रहा हूं, मुझे हमें कोई समस्या नहीं है ... समस्या इस बात से है, आगे हमारा क्या होगा।"

हेमंत लोहिया

1992 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी हेमंत लोहिया को दो महीने पहले ही अपनी नवीनतम पोस्टिंग मिली थी। वह अपने परिवार के साथ एक दोस्त के घर रह रहे थे जबकि उनके लिए एक सरकारी घर तैयार किया जा रहा था। लोहिया 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी थे और असम के मूल निवासी थे।

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