मुस्लिम राष्‍ट्रीय मंच से जितेंद्र सिंह ने कहा- कश्मीरियों को कम उम्र में ही पकड़ें, ताकि बर्बाद न हों

Update: 2017-01-08 08:02 GMT

नई दिल्ली: केंद्र सरकार में राज्‍य मंत्री जितेंद्र सिंह ने शनिवार को राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ से जुड़े मुस्लिम राष्‍ट्रीय मंच (एमआरएम) को कहा है कि 'वह कश्‍मीरी छात्रों को कम उम्र में ही पकड़ लें, ताकि उन्‍हें बाद में बर्बाद होने से रोका जा सके।'

बता दें कि एमआरएम ने कश्‍मीरी छात्रों के लिए एक कॉन्‍फ्रेंस आयोजित किया था। इसी कार्यक्रम में जितेंद्र सिंह ने वहां मौजूद छात्रों के संदर्भ में कहा, 'कश्‍मीरी युवा अब जाग चुके हैं। समस्‍या सिर्फ उस पीढ़ी की है जिससे मैं आता हूं। यह हमारी जिम्‍मेदारी है कि इन नौजवानों को बर्बाद न होने दें।'

'पहले ही पकड़ लो ताकि बाद में कंफ्यूजन न हो'

इसी मौके पर आरएसएस नेता और एमआरएम संरक्षक इंद्रेश कुमार की तरफ इशारा करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'हमें इन बच्‍चों को तभी पकड़ लेना चाहिए जब वे कक्षा 8वीं या 10वीं में हों। क्‍योंकि बाद में उन्‍हें भटकाया जाता है। पहली गलतफहमी उनके अभिभावक को होती है। बाद में कंफ्यूजन पैदा होती है।'

कश्मीरी शांति चाहते हैं, संघर्ष नहीं

वहीं इंद्रेश कुमार ने कहा कि कांफ्रेंस में दिखाया कि 'हर कश्‍मीरी दिल से भारतीय है। वो शांति चाहता है संघर्ष नहीं।' उन्‍होंने कहा कि इस कार्यक्रम का संदेश था कि 'कश्‍मीर भारतीयों का है और भारत कश्‍मीरियों का। कश्‍मीर और भारत कभी अलग न थे और न होंगे।'

कार्यक्रम में नहीं शामिल हुए राजनाथ सिंह

इस कार्यक्रम में राजस्‍थान, नोएडा और दिल्‍ली के विभ‍िन्‍न शैक्षिक संस्‍थानों में पढ़ने वाले करीब 300 कश्‍मीरी छात्र शामिल हुए। गृहमंत्री राजनाथ सिंह कार्यक्रम के मुख्‍य अतिथि थे, मगर वे और जम्‍मू-कश्‍मीर के उप-मुख्‍यमंत्री निर्मल सिंह नहीं पहुंचे। कश्‍मीर के बीजेपी नेता और लक्षद्वीप के प्रशासक फारुक खान और जामिया मिलिया इस्लामिया के वीसी तलत अहमद ने भी कांफ्रेंस को संबोधित किया।

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