Kalavati Bandurkar: कलावती ने खुद बताई आखिर किसने की मदद, PM Modi या राहुल गांधी ने ?
Kalavati Bandurkar: कलावती वह महिला है, जिसके घर राहुल गांधी गए हुए थे। अमित शाह के इस दावे पर महिला किसान कलावती बंदुरकर ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने बताया कि जब वह कर्ज के बोझ तले दबी थीं, तब आखिर किसने उनकी मदद की।
Kalavati Bandurkar: लोकसभा में विपक्ष द्वारा सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर जोरदार बहस हो रही है। सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेता एक-दूसरे पर जमकर बयानों के तीर चला रहे हैं। बहस के दूसरे दिन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सरकार का बचाव किया। इस दौरान उन्होंने अपने भाषण में एक महिला किसान कलावती बंदुरकर जिक्र किया था। जो अब सुर्खियों में छाई हुई हैं।
अमित शाह ने कलावती का जिक्र करते हुए दावा किया कि उन्हें घर, राशन, बिजली जैसी सुविधाएं कांगेस सरकार के दौरान नहीं बल्कि पीएम मोदी के सत्ता में आने के बाद मिली। दरअसल, कलावती वह महिला है, जिसके घर राहुल गांधी गए हुए थे। अमित शाह के इस दावे पर महिला किसान कलावती बंदुरकर ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने बताया कि जब वह कर्ज के बोझ तले दबी थीं, तब आखिर किसने उनकी मदद की।
महिला किसान कलावती ने बताई सच्चाई
महिला किसान कलावती बंदुरकर महाराष्ट्र के यवतमाल की रहने वाली हैं। लोकसभा में गृह मंत्री अमित शाह के भाषण में जिक्र होने के बाद मीडिया में छाईं कलावती ने उनके दावे को गलत बताया है। बकौल कलावती ने उन्हें मदद कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से मुलाकात के बाद ही मिली थी। कांग्रेस की उस मदद से बीजेपी का कोई लेना-देना नहीं है। उनके बेटे प्रीतम बंदुरकर ने भी अपनी मां का साथ देते हुए कहा कि राहुल गांधी ने ही उन्हें 30 लाख की एफडी दिलाई। फिर घर मंजूर हुआ, पानी और बिजली दी।
अमित शाह ने क्या किया था दावा ?
अमित शाह ने लोकसभा में राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा था कि एक बार राहुल बुंदेलखंड की रहने वाली गरीब महिला कलावती के घर भोजन करने गए। इसके बाद सदन में गरीबी का वर्णन किया। इसके बाद उनकी सरकार आई, मगर मैं पूछता हूं कि उनकी सरकार ने उस गरीब महिला कलावती के लिए क्या किया? उस गरीब महिला कलावती को घर, शौचालय, राशन, बिजली और गैस मोदी सरकार ने मुहैया करवाई है। शाह ने आगे राहुल गांधी की ओर मुखातिब होते हुए कहा कि आप जिस कलावती के घर भोजन करने गए थे, उनको भी मोदी जी पर भरोसा है। वो मोदी जी के साथ खड़ी हैं।
हालांकि, यहां गौर करने वाली बात ये है कि अमित शाह जिस कलावती को बुंदेलखंड का बताकर राहुल गांधी पर हमले कर रहे हैं। असल में वो महाराष्ट्र के यवतमाल की रहने वाली है। ऐसे में शाह के इस दावे पर विपक्ष द्वारा उन्हें घेरा भी जा रहा है।
कौन है कलावती ?
ये कोई पहला मौका नहीं है, जब कलावती बंदुरकर मीडिया की सुर्खियों में छाई हुई हैं। पहले भी वो हेडलाइन बना चुकी हैं। महाराष्ट्र के यवतमाल के जालका गांव की रहने वाली कलावती बंदुरकर का परिवार उन गरीब किसान परिवारों में शामिल है, जिनके घर की खुशी कर्ज के बोझ के कारण हमेशा के लिए छिन गई। 2008 में महाराष्ट्र में भयानक कृषि संकट हुआ था, जिसमें कई किसानों ने मौत को गले लगा लिया था। उनमें एक किसान परशुराम भी थे, जो कलावती बंदुरकर के पति थे। राहुल गांधी ने उसी साल उनके गांव जाकर उनसे मुलाकात की थी और संसद में कलावती के बारे में जिक्र भी किया था।
दो साल बाद यानी 2010 में कलावती के दामाद संजय कदस्कर ने भी फसल खराब हो जाने के कारण सुसाइड कर लिया था। साल 2011 में उनकी दूसरी बेटी सविता खमनकर ने आग लगाकर आत्महत्या कर ली थी। बीते साल नवंबर में जब राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा को लेकर महाराष्ट्र पहुंचे थे, तब कांग्रेस कार्यकार्ताओं ने कलावती को भी यात्रा में शामिल किया था। कलावती का कहना है कि राहुल गांधी से मिलने के बाद उनका जीवन बदल गया है और उनका परिवार आर्थिक बदहाली के दौर से अब निकल चुका है।