Kolkata Case:आरजी कर अस्पताल में पहले भी हुआ कई मेडिकल छात्राओं का यौन शोषण, जांच समिति का बड़ा खुलासा
Kolkata Case: जांच समिति ने कहा है कि आरजी कर अस्पताल में ड्रग आपूर्ति गिरोह सक्रिय रहा है। समिति का कहना है कि अस्पताल में काफी दिनों से यह गिरोह सक्रिय बना हुआ है और इसके भी तार संदीप घोष के करीबी जूनियर डॉक्टरों से जुड़े हुए हैं।
Kolkata Case: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में अगस्त महीने के दौरान प्रशिक्षु महिला डॉक्टर की रेप के बाद हत्या के मामले को लेकर माहौल एक बार फिर गरमा गया है। पश्चिम बंगाल की ममता सरकार पर मांगों को पूरा करने में ढिलाई का आरोप लगाते हुए जूनियर डॉक्टरों ने शनिवार से आमरण अनशन शुरू कर दिया है। ऐसे में ममता सरकार की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ती हुई नजर आ रहे हैं।
इस बीच अस्पताल के जूनियर डॉक्टरों को धमकी देने के मामले की जांच के लिए गठित की गई आंतरिक जांच समिति की ओर से विस्फोटक खुलासा किया गया है। जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि प्रशिक्षु महिला डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी की घटना से पहले भी कई मेडिकल छात्राएं यौन शोषण का शिकार हुई हैं।
जूनियर डॉक्टरों का आमरण अनशन
प्रशिक्षु महिला डॉक्टर के साथ हुई घटना के बाद जूनियर डॉक्टर ने 42 दिनों तक अपना आंदोलन चलाया था। ममता सरकार की ओर से कई बार बुलाने के बावजूद डॉक्टर बातचीत के लिए नहीं पहुंचे थे मगर आखिरकार सरकार के साथ लंबी बातचीत के बाद जूनियर डॉक्टरों ने 21 सितंबर को अपना 42 दिनों का आंदोलन खत्म कर दिया था।
अब जूनियर डॉक्टरों ने राज्य सरकार पर मांगें पूरी न करने का आरोप लगाया है। एक जूनियर डॉक्टर ने कहा कि सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया था मगर अब डेडलाइन खत्म हो गई है। इसलिए हमने आमरण अनशन शुरू कर दिया है। मांगें पूरी होने तक यह अनशन जारी रहेगा। सबकुछ स्पष्ट रखने के लिए मंच पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं।
जांच समिति का सनसनीखेज खुलासा
इस बीच आंतरिक जांच समिति की ओर से किए गए खुलासे ने सबको हैरान कर दिया है। जूनियर डॉक्टरों को धमकी देने के आरोपों की जांच के लिए गठित समिति ने अपने खुलासे में कहा है कि प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ हुई वारदात से पहले कई अन्य मेडिकल छात्राओं को भी यौन शोषण का शिकार होना पड़ा था। इस मामले में पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के करीबी जूनियर डॉक्टरों पर उंगली उठाई गई है।
जांच समिति ने कहा है कि आरजी कर अस्पताल में ड्रग आपूर्ति गिरोह सक्रिय रहा है। समिति का कहना है कि अस्पताल में काफी दिनों से यह गिरोह सक्रिय बना हुआ है और इसके भी तार संदीप घोष के करीबी जूनियर डॉक्टरों से जुड़े हुए हैं। समिति ने अस्पताल प्रशासन से सिफारिश की है कि इस मामले में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। कॉलेज की काउंसिल ने भी इस पर अपनी मुहर लगा दी है।
ममता सरकार की मुश्किलें बढ़ीं
जूनियर डॉक्टरों की ओर से आमरण अनशन शुरू किए जाने से ममता सरकार की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ती हुई दिख रही हैं। छह जूनियर डॉक्टरों ने आमरण अनशन शुरू किया है। इस मामले को लेकर जूनियर डॉक्टरों की ओर से ममता सरकार को सख्त चेतावनी दी गई है।
जूनियर डॉक्टरों की ओर से कहा गया है कि यदि आमरण अनशन करने वाले डॉक्टरों को कुछ हुआ तो इसकी पूरी जिम्मेदारी ममता बनर्जी की अगुवाई वाली टीएमसी सरकार की होगी। जूनियर डॉक्टर ने पुलिस पर जोर-जबर्दस्ती करने का आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने विरोध स्थल पर मंच नहीं बनाने दिया। पुलिस पर लाठीचार्ज का आरोप भी लगाया गया है।