ममता के गुंड़ों ने अस्पताल में मचाया उपद्रव! सबूत मिटाने की कोशिश, कोलकाता रेप केस में डॉक्टर ने कही बड़ी बात
Kolkata Rape Case: डॉक्टर सुबर्णा गोस्वामी ने एक इंटरव्यू में दावा किया कि कोलकाता रेप केस के सबूत मिटाने के लिए सत्त पक्ष के लोगों ने अस्पताल में उपद्रव मचाया।
Kolkata Rape Case: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर से रेप और हत्या के मामले में रोज नए खुलासे हो रहे हैं। प्रदर्शन कर रहे लोगों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। कार्रवाई में देरी से लोगों में नाराजगी है। उपद्रवियों ने हमला कर क्राइम सीन से छेड़छाड़ करने की कोशिश भी की। मामले (Kolkata Rape Case) में डॉक्टर भी अलग-अलग दावा कर रहे हैं। इस पूरे मामले पर ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ गवर्नमेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन से जुड़े डॉक्टर सुबर्णा गोस्वामी ने एक मीडिया संस्थान को इंटरव्यू दिया। उन्होंने इस बात की आशंका जताई कि अस्पताल में आए उपद्रवी ममता सरकार ने भेजे थे। साथ ही यह भी दावा किया कि मृतक डॉक्टर के साथ एक नहीं कई लोगों ने दुष्कर्म किया।
रेप नहीं गैंगरेप!
पीड़िता के साथ हुई दरिंदगी के बारे में बात करते हुए उन्होंने दावा किया कि यह एक गैंगरेप का मामला है। डॉक्टर ने कहा कि, पीड़िता के परिजनों ने मुझे पोस्टमार्टम रिपोर्ट दिखाई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर उन्होंने बताया कि पीड़िता के शरीर के हर अंग को जख्मी किया गया था। आंख, नाक, ओठ, प्राइवेट पार्ट यहां तक कि पैर के पंजों को भी दरिंदों ने घायल किया। उन्होंने बताया कि पीड़िता के शरीर में 150 मिलीग्राम वीर्य पाया गया। डॉक्टर ने दावा किया कि यह मात्रा एक व्यक्ति की नहीं हो सकती। ऐसा लगता है कि रेप (Kolkata Rape Case) करने में एक नहीं कई लोग शामिल थे। यह रेप का नहीं गैंगरेप का मामला है। उन्होंने कहा कि पुलिस यह बात मानने से इनकार कर रही है। पुलिस लोगों को भ्रमित कर रही है।
सबूत मिटाने की कोशिश (Kolkata Rape Case)
14-15 अगस्त की रात अस्पताल में हुए हमले को लेकर डॉक्टर सुबर्णा गोस्वामी ने बताया कि उस रात बड़ी संख्या में डॉक्टर प्रदर्शन कर रहे थे। इसी दौरान उपद्रवियों ने हमला कर दिया। 30 से 40 लोग अस्पताल में घुस गए। मौके से पुलिस नदारद हो गई। डॉक्टर ने कहा कि ऐसा लगा कि यह पहले से तय था तभी पुलिस गायब हो गई। डॉक्टर खुद को बचाने के लिए टॉयलेट में छिप गए। डॉक्टर का दावा है कि यह लोग क्राइम सीन को खत्म करने और सबूत मिटाने की मंशा से आए थे। (Kolkata Rape Case) उपद्रवी जांच को प्रभावित करना चाहते थे लेकिन वहां तक पहुंच नहीं पाए। साथ ही वह लोग आंदोलन को खत्म करना चाहते थे। लोगों को डराना चाहते थे।
सत्ता पक्ष ने भेजे उपद्रवी
डॉक्टर गोस्वामी ने आगे बताया कि हमला करने वालों को किसी का डर नहीं था। उन्होंने सीसीटीवी रूम को भी नष्ट करने की कोशिश की। हमलावरों का उद्देश्य था कि किसी तरह उपद्रव करके धारा 144 लगवा दी जाए। जिससे प्रदर्शन रुक जाए। गोस्वामी ने आरोप लगाते हुए कहा कि हमलावर सत्ता पक्ष यानी टीएमसी की तरफ से आए थे। उन्होंने जिक्र किया कि रेप (Kolkata Rape Case) और हत्या के बाद पीड़िता के परिवार को बताया गया कि उसने आत्महत्या कर लिया है। मृतका के परिजनों को तीन घंटे तक शव देखने भी नहीं दिया गया। अस्पताल ने पीड़िता के ही मानसिक स्थिति पर सवाल उठाए। साथ ही हड़बड़ी में दाह संस्कार भी कर दिया ताकि मामले को दबाया जा सके।