Delhi Mayor Election: अब 30 जनवरी को हो सकता है MCD मेयर चुनाव, दिल्ली सरकार की सहमति के बाद LG लेंगे अंतिम निर्णय
Delhi Mayor Election 2023: दिल्ली में मेयर चुनाव को लेकर धमासन के बीच MCD ने मेयर चुनाव के लिए 30 जनवरी की नई तारीख प्रस्तावित की है। इस प्रस्ताव को दिल्ली सरकार की मंजूरी के बाद दिल्ली के एलजी विनय कुमार सक्सेना के पास मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।
Delhi Mayor Election 2023: दिल्ली में मेयर चुनाव को लेकर धमासन के बीच दिल्ली नगर निगम (MCD) ने मेयर चुनाव के लिए 30 जनवरी की नई तारीख प्रस्तावित की है। दिल्ली सरकार के एक अधिकारी के अनुसार एमसीडी ने मेयर चुनाव के मद्देनजर एक प्रस्ताव के साथ शहरी विकास विभाग को एक फाइल भेजी है। इस प्रस्ताव को दिल्ली के डिप्टी सीएम और शहरी विकास मंत्री मनीष सिसोदिया और दिल्ली सीएम कार्यालय की मंजूरी के लिए भी भेजा जाएगा। यह पूरा प्रस्ताव मेयर, डिप्टी मेयर और स्थायी समिति के सदस्यों के चुनाव की तारीख को अंतिम रूप देने से संबंधित है।
इस प्रस्ताव पर एलजी लेंगे अंतिम निर्णय
दिल्ली एमसीडी मेयर पद चुनाव के लिए नई तारीख 30 जनवरी प्रस्तावित की है। इस प्रस्ताव को दिल्ली सरकार की मंजूरी के बाद दिल्ली के एलजी विनय कुमार सक्सेना के पास मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। इस प्रस्ताव को सहमति मिलने के बाद चुनाव को लेकर फिर से अधिसूचना जारी की जाएगी। इसके अलावा चुनाव के पीठासीन पदाधिकारियों को मनोनीत करने के लिए कुछ पार्षदों के नाम की अन्य फाइल भी भेजी जाएगी। इस चुनाव में वोटिंग से तीन या चार दिन पहले पीठा इस प्रस्ताव को दिल्ली सरकार की मंजूरी के बाद दिल्ली के एलजी विनय कुमार सक्सेना के पास मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। न पदाधिकारियों का नाम तय कर लिया जाएगा। चुनाव तारीख तय होने के बाद नगर निगम सचिव कार्यालय को राजनीतिक दलों को कम से कम 72 घंटे का नोटिस देना होगा और सिविक सेंटर में सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं के लिए पुलिस को पत्र लिखना होगा।
पहली बैठक हंगामे की भेंट चढ़ गई थी
दिल्ली एमसीडी मेयर पद के चुनाव के लिए दिल्ली नगर निगम की सदन की पहली बैठक 6 जनवरी को सिविक सेंटर में आयोजित की गई थी। इसमें आम आदमी पार्टी और बीजेपी पार्षदों के बीच मनोनीत सदस्यों की शपथ ग्रहण कराने को लेकर खूब हंगामा हुआ, मारपीट और कुर्सियां चली थी। इस हंगामे के दौरान सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचने के साथ ही कई पार्षदों को गंभीर चोट भी आई थी। इस हंगामे के दौरान आप के कुछ पार्षद विरोध करते हुए पीठासीन अधिकारी के पास पहुंच गए और माइक उखाड़कर फेंक दिया था। उस दिन हंगामा बढ़ता देख दिल्ली मेयर चुनाव की बैठक को रद्द कर दिया गया था।