INDIA Alliance: सनातन विवाद ने कांग्रेस के अरमानों पर फेरा पानी ! इंडिया गठबंधन की पहली रैली रद्द, जुबानी जंग तेज
INDIA Alliance Bhopal Rally Cancel: इंडिया गठबंधन की समन्वय समिति की पहली बैठक में घोषणा की गई थी कि गठबंधन की पहली रैली अक्टूबर में भोपाल में आयोजित की जाएगी। इस रैली को अब रद्द कर दिया गया है। लेकिन, कई सवाल जस के तस बने हैं।
INDIA Alliance Bhopal Rally Cancel: देश की हृदयस्थली कहे जाने वाले मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में होने वाली विपक्षी गठबंधन INDIA की पहली रैली रद्द हो गई। मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शनिवार (16 सितंबर) को मीडिया को जानकारी दी। 'इंडिया गठबंधन' के इस फैसले के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेताओं ने कटाक्ष किया। हालांकि, इस सियासी हलचल के बीच ये सवाल उठ रहा है कि आखिर ये बहुप्रतीक्षित रैली कैंसिल क्यों हुई?
कयासबाजियों के बीच रैली कैंसिल होने पर एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने कहा कि, 'मध्यप्रदेश की लोगों के मन में रोष और गुस्सा है। उन्हें तकलीफ है। कांग्रेस को भी ये डर था कि वह रोष कहीं प्रकट ना हो जाए। इसीलिए विपक्षी गठबंधन ने रैली ही कैंसिल कर दी। जनता का आक्रोश INDIA गठबंधन और कांग्रेस के खिलाफ है।'
कांग्रेस नेताओं ने PC कर ये कहा
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और पार्टी के मध्य प्रदेश प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला (Randeep Singh Surjewala) ने 16 सितंबर को भोपाल में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान कमलनाथ ने रैली के संबंध में कहा, 'अक्टूबर में होने वाली विपक्षी गठबंधन INDIA की प्रस्तावित रैली अब नहीं हो रही है। इसे रद्द कर दिया गया है।' वहीं, सुरजेवाला ने कहा, 'कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और इंडिया गठबंधन के अन्य सहयोगियों के साथ चर्चा जारी है। रैली कब और कहां होगी, अभी आखिरी निर्णय नहीं हुआ है। फैसले के बाद हम इसकी पुष्टि करेंगे।' वहीं कांग्रेस सांसद जयराम रमेश (JaiRam Ramesh) ने कहा, उन्हें रैली रद्द होने की कोई जानकारी नहीं है।
शिवराज सिंह- हमारी आस्था पर चोट की गई
सीएम शिवराज सिंह ने कहा, 'इंडी एलायंस के नेताओं ने सनातन धर्म का अपमान किया है। इसलिए जनता में रोष है। सनातन का अपमान मध्य प्रदेश की जनता बर्दाश्त नहीं करेगी। ये लोग समझ लें कि हमारी आस्था पर चोट की गई है। अब जनता छोड़ेगी नहीं। सीएम शिवराज आगे कहते हैं, इनकी (इंडिया गठबंधन) लीडरशिप में दम नहीं है। बीजेपी में जहां भी चुनाव होते हैं, सभी काम पर लग जाते हैं। लेकिन, कांग्रेस में लट्ठम-लट्ठ मचा हुआ है। ये आपस में ही लड़ रहे हैं। किसका फोटो लगे और किसका नहीं, विवाद इसी सब पर है।'
कांग्रेस की तैयारी, पर उदयनिधि का बयान भारी
मानें या न मानें लेकिन शिवराज अपने बयान में कुछ ऐसा बोल गए जो सही प्रतीत हो रहा है। मध्य प्रदेश में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने हैं। राज्य में चुनावी माहौल बना हुआ है। 2024 लोकसभा इलेक्शन से पहले यहां विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर है। कांग्रेस पार्टी और कमलनाथ लंबे समय से इस चुनाव की तैयारी कर रहे हैं। मगर, कांग्रेस के सामने पशोपेश की स्थिति है, कि किस ओर बढ़ें? हालात विपरीत तब हो गई, जब हाल ही में बने 'INDI alliance ने भोपाल में पहली रैली प्रस्तावित की। वहीं, दूसरी तरफ उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म पर विवादित बयान देकर कांग्रेस के सामने घिरने वाली स्थिति पैदा कर दी।
क्या सनातन धर्म विवाद का हुआ असर?
दरअसल, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन (MK Stalin, DMK) की पार्टी डीएमके भी विपक्षी गठबंधन का हिस्सा है। ऐसे में उदयनिधि स्टालिन (Sanatana Dharma row) द्वारा जब सनातन धर्म की तुलना 'डेंगू-मलेरिया' से करते हुए उसके समूल नाश की बात गई तो इसका सीधा असर हिंदी पट्टी में कांग्रेस पर दिखने लगा। सवाल ये उठने लगे कि क्या कांग्रेस भी इसी मानसिकता से सनातन को देखती है? इसी एक सवाल ने सारा माहौल बीजेपी के पक्ष में बनाना शुरू कर दिया।
कमलनाथ की मेहनत पर फिरा पानी !
गौरतलब है कि, कमलनाथ कई बार स्वयं को सनातनी और हनुमान भक्त बता चुके हैं। कई धार्मिक आयोजनों में शामिल भी होते रहे हैं। खुद भी आयोजित करा चुके हैं। अब ऐसे में इंडिया गठबंधन की रैली होने से जाहिर है उनकी पूरी मेहनत बेकार हो सकती थी। लिहाजा, इंडिया गठबंधन की रैली कैंसिल करना ज्यादा मुफीद लगा होगा। खास बात है कि इसकी जानकारी भी खुद कमलनाथ ने ही दी।