MP: नियमित नहीं किए जाने के विरोध में महिला शिक्षकों ने सिर मुंडवाया
मध्य प्रदेश के नियमित शिक्षकों के समान दर्जा देने, शिक्षा विभाग में शामिल किए जाने और कुछ दूसरी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहीं चार अस्थायी महिला शिक्षकों ने राजधानी भोपाल में अपना सिर मुंडवा लिया है।
भोपाल: मध्य प्रदेश के नियमित शिक्षकों के समान दर्जा देने, शिक्षा विभाग में शामिल किए जाने और कुछ दूसरी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहीं चार अस्थायी महिला शिक्षकों ने राजधानी भोपाल में अपना सिर मुंडवा लिया है।
आज़ाद अध्यापक संघ के कार्यकारी अध्यक्ष शिवराज वर्मा ने कहा कि प्रदेश भर से बड़ी संख्या में आए अस्थायी अध्यापकों ने यहां भेल क्षेत्र के जम्बूरी मैदान में अपनी मांगों के समर्थन में प्रदर्शन किया। चार अस्थायी महिला शिक्षकों के अलावा 100 से ज़्यादा अस्थायी शिक्षकों ने अपना सिर का मुंडन करवाकर राज्य की शिवराज सिंह चौहान सरकार की नीतियों के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया। जिन चार महिला शिक्षकों ने अपने सिर मुंडवाएं हैं, उनमें आज़ाद अध्यापक संघ की अध्यक्ष शिल्पी सिवान, रायसेन की रेणु सागर, आलीराजपुर की सीमा क्षीरसागर और जबलपुर की अर्चना शर्मा हैं।
भटक रहे 2 लाख 88 हजार अस्थायी टीचर
अस्थाई महिला शिक्षक शिक्षा विभाग में संविलयन करना, सातवां वेतन आयोग लागू करना, बंधन मुक्त तबादला नीति, अनुकंपा नियुक्ति, चाइल्ड केयर लीव को लेकर प्रदर्शन कर रही हैं। शिवराज वर्मा ने कहा, ‘हमें नहीं पता कि हम किस विभाग से संबंधित हैं। शिक्षा विभाग का कहना है कि हम स्थानीय निकायों के कर्मचारी हैं, जबकि स्थानीय निकाय का कहना है कि हम शिक्षा विभाग के कर्मचारी हैं। राज्य में 2 लाख 88 हजार अस्थायी अध्यापक पिछले कई सालों से एक दर से दूसरे दर भटक रहे हैं।
शिवराज वर्मा ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार की अस्थायी अध्यापकों के प्रति नीति के विरोध में प्रदेशभर से आए अस्थायी अध्यापकों ने यहां प्रदर्शन किया। इन महिला शिक्षकों का मामला सीएम शिवराज सिंह चौहान की पत्नी साधना सिंह को देना चाहते थे, लेकिन प्रशासन ने सीएम आवास के पास तक जाने की अनुमति नहीं दी। अस्थायी शिक्षकों के प्रदर्शन के दौरान दो अध्यापकों की तबीयत भी खराब हो गई, जिन्हें तुरंत इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया था।