Maharashtra Politics: फडणवीस मंत्रिमंडल से धनंजय मुंडे की छुट्टी तय, पीएम मोदी के कार्यक्रम में नहीं लिया हिस्सा
Maharashtra Politics: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को मुंबई के दौरे पर पहुंचे थे और इस दौरान पीएम के कार्यक्रम और भोज में मुंडे मौजूद नहीं थे।;
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र की सियासत में इन दिनों बीड़ जिले में सरपंच संतोष देशमुख की हत्या का मामला गरमाया हुआ है। इस हत्याकांड को लेकर फडणवीस सरकार के एक प्रमुख चेहरे और एनसीपी नेता धनंजय मुंडे पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। इस हत्याकांड को लेकर मुंडे के करीबी माने जाने वाले वाल्मीकि कराड की गिरफ्तारी हुई है और महाराष्ट्र पुलिस की ओर से कराड पर मकोका लगाया जा चुका है।
इस मामले को लेकर विपक्षी दलों की ओर से मुंडे के इस्तीफे की मांग की जा रही है मगर डिप्टी सीएम और एनसीपी मुखिया अजित पवार उनकी ढाल बने हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को मुंबई के दौरे पर पहुंचे थे और इस दौरान पीएम के कार्यक्रम और भोज में मुंडे मौजूद नहीं थे। माना जा रहा है कि मुंडे के विवाद में फंसने के बाद उन्हें पीएम के कार्यक्रम से दूर रखा गया और अब उनका विकेट गिरना तय माना जा रहा है।
पीएम मोदी के भोज से मुंडे ने बनाई दूरी
दरअसल बीड़ जिले के परली शहर में सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के बाद तनाव बना हुआ है। इस हत्याकांड में मुंडे के करीबी कराड की गिरफ्तारी के बाद विपक्षी दलों ने मोर्चा खोल रखा है। विपक्षी दलों के दबाव के कारण मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की मुश्किलें भी बढ़ती जा रही हैं। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के समय भी यह प्रकरण चर्चा में बना रहा।
पीएम मोदी के सम्मान में आयोजित किए गए भोज में फडणवीस सरकार के सभी मंत्री और महायुति के लगभग सभी विधायक मौजूद थे मगर इस दौरान धनंजय मुंडे गायब रहे। उनकी अनुपस्थिति की राजनीतिक गलियारों में खूब चर्चा होती रही। माना जा रहा है कि इस्तीफे का दबाव बढ़ने के कारण उन्होंने पीएम मोदी के भोज से दूरी बनाए रखने में ही भलाई समझी।
अजित पवार के लिए भी अब बचाव करना मुश्किल
सरपंच की हत्या के मामले में कराड की गिरफ्तारी के बाद मुंडे की भूमिका को लेकर लगातार सवाल उठाए जा रहे है। हालांकि यह भी माना जा रहा है कि एनसीपी के नेता और डिप्टी सीएम अजित पवार मुंडे की ढाल बने हुए हैं मगर अब उनके लिए भी मुंडे को बचा पाना मुश्किल माना जा रहा है। मंगलवार को पवार ने बीड़ जिले की पूरी पार्टी समिति को भंग कर दिया।
जानकारों का कहना है कि पार्टी की जिला समिति के कई सदस्य कराड से जुड़े हुए थे और इसलिए पवार ने पूरी समिति को ही भंग करने का फैसला किया। अब नए सिरे से जिला समिति का पुनर्गठन करने की तैयारी है।
फडणवीस जल्द ले सकते हैं बड़ा फैसला
मुंडे के करीबी कराड पर मकोका लगाए जाने के बाद बीड़ और परली शहर में लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। परली में स्थिति लगातार तनावपूर्ण बनी हुई है। सियासी जानकारों का मानना है कि फडणवीस पर अब मुंडे का इस्तीफा लेने का दबाव काफी बढ़ गया है। जानकारों के मुताबिक पीएम मोदी के दौरे के बाद अब फडणवीस इस बाबत जल्द ही बड़ा फैसला ले सकते हैं।