Maharashtra Election 2024: उद्धव ने हिंदुत्व के मुद्दे पर बोला हमला,कहा-लोगों के घरों के चूल्हे बुझा रही भाजपा
Maharashtra Election 2024: महाराष्ट्र में विधानसभा की 288 सीटों के लिए 20 नवंबर को मतदान होने वाला है मगर उसके पहले एक-दूसरे पर हमले का सिलसिला तेज हो गया है। शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे ने वोटों के धर्मयुद्ध के मुद्दे पर भाजपा को घेरा है।
Maharashtra Election 2024: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान की तारीख नजदीक आने के साथ आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो गया है। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (यूबीटी) के मुखिया उद्धव ठाकरे ने शनिवार को भाजपा पर तीखा हमला बोला।
उन्होंने भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस के वोटों के धर्मयुद्ध संबंधी बयान पर तीखी प्रतिक्रिया जताई और सवाल किया कि क्या यह बयान आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन नहीं है? उन्होंने कहा कि हिंदुत्व के मुद्दे पर मुझे घेरने वाली भाजपा का हिंदुत्व लोगों के घरों के चूल्हे बुझाकर राख कर देता है जबकि हमारा हिंदुत्व लोगों के घरों के चूल्हे जलाता है।
अटल के दृष्टिकोण को नकार चुकी है भाजपा
महाराष्ट्र में विधानसभा की 288 सीटों के लिए 20 नवंबर को मतदान होने वाला है मगर उसके पहले एक-दूसरे पर हमले का सिलसिला तेज हो गया है। शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे ने वोटों के धर्मयुद्ध के मुद्दे पर भाजपा को घेरा है। उन्होंने कहा कि भाजपा के मौजूदा नेतृत्व में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, प्रमोद महाजन और गोपीनाथ मुंडे जैसे वरिष्ठ नेताओं के दृष्टिकोण को नकार दिया है।
फडणवीस के बयान पर आयोग से सवाल
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा गुजराती-मराठी विभाजन की राजनीति कर रही है। आम लोगों के हितों की अनदेखी की जा रही है जबकि कॉर्पोरेट हितों को प्राथमिकता दी जा रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा और एकनाथ शिंदे की शिवसेना महाराष्ट्र में लूटखसोट की राजनीति में लिप्त है।
ठाकरे ने कहा कि भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस की ओर से वोटों के धर्मयुद्ध की बात कही गई है।
ऐसे में चुनाव आयोग को बताना चाहिए कि क्या यह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन नहीं है? ठाकरे ने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले मुझे अपनी पार्टी के चुनावी गान से ‘जय भवानी, जय शिवाजी’ शब्द को हटाने को कहा गया था मगर मैंने इससे साफ तौर पर इनकार कर दिया था।
भाजपा बन गई है अवसरवादी पार्टी
दरअसल भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को कहा था कि कुछ इस्लामी विद्वानों ने महायुति सरकार के खिलाफ वोट जिहाद की अपील की है। इसके जवाब में उन्होंने मतों के धर्मयुद्ध का आह्वान किया था। ठाकरे ने इसी बयान का जिक्र करते हुए भाजपा पर जवाबी हमला बोला है। उन्होंने कहा कि भाजपा अब अवसरवादी पार्टी बन गई है। इस पार्टी में अब ऐसे नेताओं की भरमार हो गई है जो दूसरे दलों से आए हुए हैं। भाजपा समर्पण और त्याग से आगे बढ़ी है मगर अपने कार्यकर्ताओं की अनदेखी करके अब दूसरे दलों के नेताओं को पार्टी में बढ़ावा दिया जा रहा है।
सिद्धांतों से समझौते का राजनाथ का आरोप
इस बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे पर हमला करते हुए कहा कि महाराष्ट्र की सत्ता हासिल करने के लिए उन्होंने अपनी पार्टी के सिद्धांतों से समझौता कर लिया। पुणे में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मेरे मन में शिवसेना के संस्थापक बाला साहेब ठाकरे के प्रति काफी सम्मान है मगर उद्धव ठाकरे ने बाल ठाकरे के सिद्धांतों को दरकिनार करते हुए जिस तरह सिद्धांतों से समझौता किया है,उससे मुझे काफी दुख पहुंचा है।
उन्होंने कहा कि सत्ता हासिल करना कोई मुश्किल काम नहीं है मगर सच्चा नेता वही होता है जो मुश्किल समय में भी अपने सिद्धांतों पर अडिग बना रहता है। उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद हासिल करने के लिए सिद्धांतों को पूरी तरह ताक पर रख दिया है।