Mahua Moitra: लड़कियों के पहनावे पर कैलाश विजयवर्गीय ने दिया था बयान, महुआ मोइत्रा बोलीं–आपकी सोच गंदी है

Mahua Moitra: वरिष्ठ बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने हनुमान जयंती के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए कहा था कि लड़कियां इतने गंदे कपड़े पहनकर निकलती हैं कि बिल्कुल शूर्पणखा लगती हैं।

Update:2023-04-14 20:48 IST
Mahua Moitra (photo: social media )

Mahua Moitra: बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने पिछले दिनों इंदौर में एक कार्यक्रम के मौके पर आजकल की लड़कियों के पहनावे पर टिप्पणी की थी। जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था। उनकी इस टिप्पणी की कांग्रेस समेत अन्य लोगों ने आलोचना भी की थी। अब विजयवर्गीय के विवादित बयान पर पश्चिम बंगाल से टीएमसी की सांसद महुआ मोइत्रा ने पलटवार किया है। एक तेजतर्रार वक्ता की छवि रखने वाली महुआ ने कहा कि हमारे कपड़े नहीं बल्कि आपकी सोच गंदी है।

क्या था विजयवर्गीय का पूरा बयान ?

वरिष्ठ बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने हनुमान जयंती के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए कहा था कि लड़कियां इतने गंदे कपड़े पहनकर निकलती हैं कि बिल्कुल शूर्पणखा लगती हैं। महिलाओं को हम देवियां कहते हैं, मगर उनमें देवी का स्वरूप नहीं दिखता, बल्कि शूर्पनखा जैसी दिखती हैं। सच में भगवान ने सुंदर शरीर दिया है। जरा अच्छा कपड़ा पहनो यार। बच्चों में आप संस्कार डालिए। मैं बहुत चिंतित हूं।

इसके बाद उन्होंने युवाओं में बढ़ते नशे के लत को लेकर अपना गुस्सा जाहिर करते हुए कहा था कि मैं आज भी जब निकलता हूं, पढ़े-लिखे नौजवानों, बच्चों को झूमते हुए देखता हूं तो सच में ऐसी इच्छा होती है कि पांच-सात ऐसी दूं कि उसका नशा उतर जाए। सच कह रहा हूं, भगवान की कसम। हनुमान जयंती पर झूठ नहीं बोलूंगा।

महुआ मोइत्रा का पलटवार

कैलाश विजयवर्गीय के इस वायरल विवादित बयान पर तृणमुल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने पलटवार किया है। उन्होंने एक ट्वीट कर कहा, भाजपा नेताओं और भक्तों के लिए शुक्रवार की सुबह एक संदेश। हम बंगाली महिलाएं हैं, हम जो चाहें पहनते हैं, हम जो चाहे खाते हैं। हम जिसे चाहते हैं, उसकी पूजा करते हैं। हमारे कपड़े गंदे नहीं हैं। आपकी सोच गंदी है।

बता दें कि इससे पहले भी कैलाश विजयवर्गीय और महुआ मोइत्रा आमने-सामने आ चुके हैं। विवादित डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘काली’ को लेकर टीएमसी सांसद के बयान से बवाल मच गया था। महुआ ने मां काली को मास और मदिरा स्वीकार करने वाली देवी बताया था। हालांकि, उनके इस बयान से उन्हीं की पार्टी ने पल्ला झाड़ लिया था। वहीं, भोपाल में उनके खिलाफ धार्मिक भावनाएं आहत करने का केस भी दर्ज हुआ था। बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी तब महुआ मोइत्रा के बयान की निंदा की थी और इसे फ्रीडम ऑफ स्पीच का दुरूपयोग बताया था।

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