Delhi: 1000 और 500 के पुराने नोटों के साथ दिल्ली में एक शख्स गिरफ्तार, कुल 62 लाख रुपए की रकम बरामद
Delhi: विमुद्रीकरण के करीब 6 साल पूरे होने के बाद भी बड़ी संख्या में पुराने 500 व 1000 के नोटों की मौजूदगी के साक्ष्य प्राप्त हो रहे हैं।
Delhi: भारत मे 2016 में विमुद्रीकरण (Demonetisation) के चलते 500 और 1000 के पुराने नोट चलन से बाहर कर दिए गए थे तथा भारतीय रिज़र्व बैंक ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा था कि भारतीय बाजारों में मौजूद पुराने 500 और 1000 के 99 फीसदी से अधिक नोट वापस बैंक लौट गए हैं लेकिन आज विमुद्रीकरण के करीब 6 साल पूरे होने के बाद भी बड़ी संख्या में पुराने 500 व 1000 के नोटों की मौजूदगी के साक्ष्य प्राप्त हो रहे हैं। हालिया तौर पर दिल्ली में एक शख्स को करीब 62 लाख की रकम के पुराने 1000 और 500 के नोटों के साथ हिरासत में लिया है। प्राप्त सूचना के मुताबिक अभी भी ऐसे कई गिरोह काम कर रहे हैं जो पुराने 500 व 1000 के नोटों (500-1000 old notes) को नई करेंसी के साथ बदलवाने का काम करते हैं।
आपको बता दें कि 8 नवंबर 2016 की शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) द्वारा काले धन को कम करने को लेकर विमुद्रीकरण का ऐलान करते हुए 500 व 1000 के नोटों को चलन से बाहर करार दिया गया था। पीएम मोदी के इस ऐलान के बाद पुराने 500 व 1000 रुपए के नोटों के रूप में कई करोड़ो की रकम पुलिस द्वारा जब्त की गई, जिसे अघोषित बताते हुए काले धन के रूप में चिन्हित किया गया। साथ ही इस दौरान कई ऐसे गिरोहों का भी पर्दाफाश हुआ जो कमीशन लेकर पुरानी करेंसी की काली कमाई को नई नोटों के साथ बदलने का काम करते थे। लंबे समय तक चले इस संघर्ष के बाद आज भी हालात सामान्य नहीं हुए हैं और इसका उदाहरण दिल्ली में पुरानी 500 और 1000 की नोटों में 62 लाख रुपए के साथ हिरासत में लिया गया एक शख्स है। पुलिस द्वारा शुरुआती जानकारी के मुताबिक यकीनन पुरानी करेंसी को नई में तब्दील करने वाले गिरोह अभी भी सक्रिय है।
हवाला आदि के माध्यम से किया जा रहा ऐसा काम
सूत्रों की मानें तो यह काम हवाला आदि के माध्यम से किया जा रहा है लेकिन इसमें सबसे अधिक चौंकानें वाली बात यह है कि यदि हवाला के माध्यम से भी भारत में बंद हुए पुराने 500 व 1000 के नोटों को गैरकानूनी रूप से बदला जा रहा है तो इन पुराने नोटों का अंततः क्या हो रहा है। फिलहाल दिल्ली पुलिस ने शख्स को हिरासत में लिया है और अब उससे रकम व रकम से जुड़े उसके प्रायोजन के विषय में पूछताछ की जाएगी, जिससे इस जारी गैरकानूनी काम में कुछ नए सबूत मिलने के आसार उत्पन्न हो रहे हैं।