56 रिकॉर्ड नाम दर्ज करा चुके उदयपुर के इस शख्स ने बनाई वर्ल्ड की सबसे छोटी ट्रॉफी, अब दिल में है ये इच्छा?
1991 में इकबाल सक्का ने अपने इस हुनर को लेकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में अपना नाम दर्ज कराया था। इसके अलावा वह 1993 में लिम्का बुक आफ रिकार्ड, 2013 में एशिया बुक आफ रिकार्डस, 2012 में यूनीक वर्ल्ड रिकार्ड सहित बहुत से रिकार्ड अपने नाम दर्ज करा चुके है।
जयपुर: सोने-चांदी की छोटी सी छोटी कलाकृतियों बनाने वाले उदयपुर के कलाकार इकबाल सक्का ने इस बार सोने की सबसे छोटी क्रिकेट विश्वकप ट्रॉफी बैट और गेंद बनाई है। इकबाल सक्का ने बताया कि इन कलाकृतियों को बनाने में उन्हें सिर्फ तीन-चार दिन का समय लगा। लंबाई की बात करें तो विश्वकप और बैट एक मिलीमीटर का है जबकि गेंद आधे मिलीमीटर की है। यह कलाकृतियां बेहद ही सूक्ष्म हैं और इन्हें छोटे-छोटे टुकड़ों को बड़े जतन से जोड़कर बनाया गया है। कलाकृतियों की आकार इतनी छोटी हैं इसका एक-एक टुकड़ा एक चींटी के सौंवे भाग से भी छोटा है।
यहां जानें कैसे बनता है विश्व कप ट्रॉफी, और क्या है इसकी कीमत?
इकबाल सक्का ने बताया कि वह भारत को विश्व कप जीतते हुए देखना चाहते थे, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। ऐसे में वह चाहते हैं कि विश्वकप क्रिकेट प्रतियोगिता में कोई भी टीम विजेता बने उसे उनकी इस छोटी सी सुनहरी सौगात भारत सरकार की तरफ से भेंट की जाए। इसके लिए प्रधानमंत्री कार्यालय से अपील की है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने उनके इस आग्रह को खेल मंत्रालय के पास भेजा है। ये कलाकृति इतनी छोटी हैं कि इन्हें अच्छे से देखने के लिए सूक्ष्मदर्शी लैंस की जरूरत पड़ती है।
ऐसे बनती है विश्व कप ट्रॉफी और ये है इसकी कीमत
शिल्पकार इकबाल सक्का ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सात जून को पत्र भेजा था। पिछले 26 जून को प्रधानमंत्री कार्यालय से उन्हें एक पत्र मिला है जिसमें उनके आग्रह को खेल मंत्रालय को भेजने की सूचना दी गई है। 1991 में इकबाल सक्का ने अपने इस हुनर को लेकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में अपना नाम दर्ज कराया था। इसके अलावा वह 1993 में लिम्का बुक आफ रिकार्ड, 2013 में एशिया बुक आफ रिकार्डस, 2012 में यूनीक वर्ल्ड रिकार्ड सहित बहुत से रिकार्ड अपने नाम दर्ज करा चुके है।