Aurangzeb Controversy: गिरफ्तार तो होंगे ही...अबू आजमी के लिए पुलिस ने बिछाया जाल

Aurangzeb Controversy: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि सपा नेता अबू आजमी के खिलाफ एफआईआर के बाद अब गिरफ्तारी तो होकर रहेगी।;

Update:2025-03-06 11:50 IST

Aurangzeb controversy

Aurangzeb Controversy: सपा नेता और विधायक अबू आजमी के औरंगजेब को लेकर पढ़ी गयी कसीदों से सियासी बवाल मचा हुआ है। औरंगजेब की तारीफ करना अबू आजमी पर बेहद भारी पड़ गया। उन्हें महाराष्ट्र विधानसभा से भी निलंबित कर दिया गया है। इस मामले पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि सपा नेता अबू आजमी के खिलाफ एफआईआर के बाद अब गिरफ्तारी तो होकर रहेगी। हालांकि इस बीच सपा नेता अबू आजमी ने सफाई भी पेश की।

मेरी जान को खतरा: अबू आजमी

उन्होंने इस पूरे मामले पर कहा कि मेरा विधानसभा से निलंबन पूरी तरह से मनमानी है। मेरे और मेरे पूरे परिवार को जान का खतरा है। यदि मुझे या फिर मेरे परिवार के किसी भी सदस्य को कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी। उन्होंने निशाना साधते हुए यह भी कह डाला कि महाराष्ट्र में दो तरह के कानून चल रहे हैं। महाराष्ट्र में लोकतंत्र पूरी तरह से खत्म हो चुका है। यहां की सरकार जनता और जनप्रतिनिधियों के साथ कुछ भी कर सकती है।

अबू आजमी ने औरंगजेब को लेकर दिये गये अपने बयान पर कहा कि मैंने ऐसा कोई भी विवादित बयान नहीं दिया। मैंने तो बस वही कहा जो इतिहास में लिखा है। उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि यदि मेरे बयान के चलते सदन की कार्यवाही बाधित हो रही है। तो मैं अपने शब्द वापस ले लेता हूं। मैंने जो कुछ भी औरंगजेब को लेकर कहा कि वह इतिहास में लिखी हुई बातों के हवाले से ही कहा है। उन्होंने कहा कि मैं ठाकरे गुट का बी टीम नहीं हूं। कल वह ए टीम के साथ जा सकते हैं। वह बीते 30 साल पहले भी थे।

औरंगजेब पर दिये गये बयान को लेकर पूरे देश में सियासत भी तेज हो गयी है। शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि शुरू से ही अबू आज़मी को निलंबित किये जाने की मांग की जा रही थी। लेकिन उन्हें निलंबित करने में भाजपा को दो दिन लग गये। यह बीजेपी की बी टीम है। उन्होंने कहा कि कि औरंगजे की जो भी प्रषंसा करेगा। उस पर कार्रवाई होनी ही चाहिए। 

सपा नेता अबू आजमी का बयान

सपा नेता अबू आजमी ने औरंगजेब को लेकर कहा था कि उन्होंने भारत में कई मंदिर बनवायी थी। वह क्रूर शासक नहीं था। औरंगजेब के बारे में जितना पढ़ा है। उसने कभी भी जनता का पैसा नहीं लिया। औरंगजेब एक महान प्रशासक था और उसका शासन म्यांमार तक फैला था। उसकी सेना में कई हिंदू कमांडर भी थे।

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