Mohan Yadav Controversy: जदयू ने मोहन यादव पर सीता माता का अपमान करने का लगाया आरोप, जानें क्या है मामला

Mohan Yadav Controversy: सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने मोहन यादव के एक पुराने बयान का हवाला देते हुए उन पर माता सीता का अपमान करने का आरोप लगाया है।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update: 2023-12-12 09:52 GMT

Mohan Yadav Controversy: यूपी, बिहार के बाद हिंदी पट्टी के सबसे बड़े राज्य मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा चुनाव में विराट जनादेश के साथ अपनी सत्ता बरकरार रखी है। प्रदेश में एक लोकप्रिय ओबीसी नेतृत्व होने के बावजूद भाजपा आलाकमान ने इस बार लीडरशिप को बदल दिया है। निर्वतमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जगह उन्हीं की कैबिनेट में मंत्री रहे मोहन यादव सूबे के नए मुख्यमंत्री होंगे।

सियासी जानकारी बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व के इस फैसले को यूपी-बिहार की राजनीति से जोड़कर भी देख रहे हैं और ऐसा दिख भी रहा है। बिहार में मोहन यादव को एमपी का नया सीएम बनाने को लेकर विपक्षी बीजेपी और सत्तारूढ़ महागठबंधन नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। इस बीच सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने मोहन यादव के एक पुराने बयान का हवाला देते हुए उन पर माता सीता का अपमान करने का आरोप लगाया है।

माता सीता का अपमान, यदुवंशी कभी नहीं भूलेंगे

जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि मोहन यादव के चेहरे का बीजेपी को बिहार में कोई फायदा नहीं होगा। उन्होंने माता सीता को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया था, जिसे यदुवंशी कभी नहीं भूलेंगे। कुमार ने दावा किया कि बिहार में आज भी लालू यादव सबसे बड़ा फैक्टर है और उनके पास अपना जनाधार है। जाति जनगणना रिपोर्ट आने के बाद बीजेपी दबाव में है।

इसलिए मोहन यादव को मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाने का निर्णय लिया गया है। वहीं, राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि मोहन यादव को सीएम बनाने का असर बिहार में नहीं होगा। यहां लालू यादव ही नेता हैं। यहां लालू यादव के सामने कोई टिकने वाला नहीं है। यहां के लोग मोहन यादव के बारे में जानते भी नहीं हैं।

मोहन यादव के किस विवादित बयान की हो रही बात ?

एमपी के भावी मुख्यमंत्री मोहन यादव का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने भगवान राम और उनकी पत्नी माता सीता के वनवास पर टिप्पणी की थी। यादव ने कहा था कि जिन माता सीता का रावण हरण करके अपने साथ ले गया था, बड़ा युद्ध लड़कर राम उन्हें वापस ले आए। रघुकुल की मर्यादा के कारण भगवान राम ने गर्भवती होने के बावजूद सीता को छोड़ दिया था। जिसकी वजह से सीता माता को जंगल में बच्चों को जन्म देना पड़ा। इतने कष्ट के बावजूद भी वह पति के प्रति कितनी श्रद्धा करती है कि कष्टों को भूल कर भगवान राम के जीवन की मंगल कामना करती है। आज के दौर में ऐसा होने पर तलाक हो जाता है।


बता दें कि मोहन यादव काफी पढ़े-लिखे हैं। उन्होंने पीएचडी, एलएलबी और एमबीए की पढ़ाई कर रखी है। साल 2013 में पहली बार वो उज्जैन दक्षिण विधानसभा सीट से विधायक बने थे। यादव ने हालिया चुनाव में इसी सीट से जीत की हैट्रिक लगाई है। 

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