MP Elections 2023: मध्य प्रदेश में बागियों को मनाने में जुटे अमित शाह, टिकट कटने से रूठे नेताओं के साथ गृह मंत्री की वन-टू-वन चर्चा

MP Elections 2023: अमित शाह ने सोमवार को इंदौर और ग्वालियर-चंबल संभाग के रूठे नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और सारे मतभेदों को भुलाकर भाजपा को चुनावी जीत दिलाने की अपील की।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update: 2023-10-31 03:52 GMT

अमित शाह (फोटो: सोशल मीडिया )

MP Elections 2023: हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में मिली हार के बाद भाजपा का शीर्ष नेतृत्व मध्य प्रदेश में सतर्क हो गया है। केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बागियों और टिकट कटने से नाराज नेताओं को मनाने की कोशिश शुरू कर दी है। शाह ने सोमवार को इंदौर और ग्वालियर-चंबल संभाग के रूठे नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और सारे मतभेदों को भुलाकर भाजपा को चुनावी जीत दिलाने की अपील की।

दरअसल इस बार के विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला हो रहा है और बागी प्रत्याशी भाजपा की चुनावी संभावनाओं को झटका दे सकते हैं। यही कारण है कि पार्टी नेतृत्व ने अब गंभीरता से डैमेज कंट्रोल की कोशिश शुरू कर दी हैं। इसी सिलसिले में शाह ने नाराज नेताओं के साथ वन-टू-वन मुलाकात की है। हालांकि शाह से मुलाकात के बाद भाजपा के अधिकांश नाराज नेताओं ने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।

भाजपा के सामने कांग्रेस की कड़ी चुनौती

मध्य प्रदेश का विधानसभा चुनाव भाजपा के लिए सियासी नजरिए से काफी अहम माना जा रहा है। कांग्रेस ने 2020 में दलबदल करके कमलनाथ की सरकार गिराने का बदला लेने के लिए पूरी ताकत लगा रखी है। दूसरी ओर भाजपा नेता भी शिवराज की सरकार को बचाने के लिए काफी सक्रियता दिखा रहे हैं। इसी सिलसिले में सोमवार को गृह मंत्री अमित शाह ने बागी नेताओं से मुलाकात करके उन्हें मनाने की कोशिश की।


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धार जिले की मनावर सीट से दावेदारी कर रही रंजना बघेल की भी शाह से मुलाकात हुई। शाह से मुलाकात के बाद बघेल ने कहा कि पार्टी प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करने के लिए अच्छे माहौल में चर्चा हुई है। हालांकि उन्होंने इस बात पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया कि निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में वे अपना पर्चा वापस लेंगी या नहीं। मनावर से भाजपा ने शिवराज कन्नौज को प्रत्याशी बनाया है जिसे लेकर रंजना बघेल नाराज बताई जा रही हैं।

टिकट कटने वालों में दिख रही नाराजगी

धार और बुरहानपुर विधानसभा सीट पर भी भाजपा के बागी प्रत्याशी चुनावी अखाड़े में कूद पड़े हैं और उन्हें भी शाह ने मनाने की कोशिश की। धार से पार्टी ने फिर नीना वर्मा को टिकट दिया है जिसे लेकर भाजपा नेता राजीव यादव नाराज हैं जबकि बुरहानपुर सीट पर अर्चना चिटनीस के टिकट को लेकर पूर्व सांसद नंद कुमार सिंह के बेटे हर्षवर्धन की नाराजगी सामने आई है।

बागियों को मनाने की अमित शाह की इन कोशिशें के कारण इंदौर में होने वाली भाजपा की संभागीय बैठक को भी टाल दिया गया। भाजपा प्रवक्ता आलोक दुबे ने कहा कि अभी बैठक की अगली तारीख के संबंध में कोई फैसला नहीं लिया गया है।


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डैमेज कंट्रोल में जुटे अमित शाह

इंदौर के बाद अमित शाह ने ग्वालियर-चंबल संभाग के नाराज नेताओं को मनाने की कोशिश की। उन्होंने पार्टी नेतृत्व के टिकट बंटवारे से नाराज नेताओं के साथ वन-टू-वन चर्चा करके डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश की। उन्होंने नाराज नेताओं के साथ करीब डेढ़ घंटे तक अलग-अलग बातचीत करके उनकी नाराजगी दूर करने का प्रयास किया।

ग्वालियर-चंबल संभाग की कई विधानसभा सीटों पर भी टिकट बंटवारे से व्यापक नाराजगी की बात सामने आई है। यही कारण है कि पार्टी नेतृत्व नाराज नेताओं को मनाने की कोशिश में जुट गया है। अमित शाह से मुलाकात के बाद भाजपा के नाराज नेता हंसते-मुस्कुराते जरूर नजर आए मगर उन्होंने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।


इस कारण भाजपा हुई सतर्क

ग्वालियर-चंबल संभाग में टिकट वितरण से नाराज कुछ भाजपा नेताओं ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया था और इसी कारण भाजपा नेतृत्व की चिंताएं बढ़ गई हैं। हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव के दौरान बागी प्रत्याशियों ने भाजपा को भारी नुकसान पहुंचाया था और यही कारण है कि मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में पार्टी फूंक-फूंक कर कदम रख रही है।

वैसे गृह मंत्री शाह की इन कोशिशें के बावजूद अभी तक यह साफ नहीं हो सका है कि वे टिकट वितरण को लेकर पार्टी नेताओं की नाराजगी दूर करने में कहां तक कामयाब हो पाए हैं। वैसे पार्टी के कुछ नेताओं का कहना है कि शाह के इस दौरे का असर दिखेगा और पार्टी रूठे नेताओं को मना कर कांग्रेस को पटखनी देने में कामयाब होगी।

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उच्चस्तरीय बैठक में चुनावी रणनीति पर चर्चा

पार्टी के रूठे नेताओं को मनाने की कोशिश के बाद गृह मंत्री शाह ने भाजपा की संभागीय बैठक में हिस्सा लिया। इस बैठक में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा के अलावा दो केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद थे। भाजपा की यह महत्वपूर्ण बैठक देर रात तक चलती रही।

इस बैठक के दौरान मध्य प्रदेश में भाजपा की चुनावी तैयारियों की व्यापक समीक्षा की गई। मध्य प्रदेश के ग्वालियर-चंबल अंचल में विधानसभा की 34 सीटें हैं और राज्य की सत्ता का फैसला करने में इन सीटों की भूमिका काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

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