जल्द हो सकती है स्कूल खोलने की घोषणा, गाइडलाइंस तैयार करने में जुटी NCERT

कोरोना वायरस के कारण देश में लाकडाउन लागू है। सरकार ने दो चरणों के लाकडाउन के बाद तीसरे चरण के लाकडाउन में थोड़ी राहत देते हुए उद्योगों व दुकानों को कुछ शर्तों के साथ खोलने की अनुमति दी है लेकिन इस दौरान भी स्कूलों को बंद रखने का फैसला लिया है।

Update:2020-05-08 15:59 IST

नई दिल्ली: कोरोना वायरस के कारण देश में लाकडाउन लागू है। सरकार ने दो चरणों के लाकडाउन के बाद तीसरे चरण के लाकडाउन में थोड़ी राहत देते हुए उद्योगों व दुकानों को कुछ शर्तों के साथ खोलने की अनुमति दी है लेकिन इस दौरान भी स्कूलों को बंद रखने का फैसला लिया है। इस बीच केंद्र सरकार की ओर से जल्द ही स्कूलों को खोलने के संबंध में गाइडलाइन आने की खबर आ रही है।

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एनसीईआरटी) से गाइडलाइन तैयार करने को कहा है।

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एनसीईआरटी द्वारा तैयार गाइडलाइन को मंत्रालय की मंजूरी के बाद इसे स्कूलों में लागू किया जायेगा। बताया जा रहा है कि गाइडलाइन में जहां शिक्षण कार्य, सोशल डिस्टेन्सिंग, मास्क तथा सेनेटाइजर जैसे सुरक्षा के उपायों के संबंध में निर्देश होंगे तो वहीं स्कूलों में आड-ईवन का नियम लागू किया जा सकता है।

50 प्रतिशत छात्र-छात्राओं को स्कूल आने की अनुमति

जिसमें एक दिन में स्कूल के 50 प्रतिशत छात्र-छात्राओं को ही स्कूल में आने की अनुमति होगी, जबकि शेष 50 प्रतिशत छात्र-छात्राओं को अगले दिन। इसके अलावा एनसीईआरटी ईच क्लास-वन चैनल की रणनीति पर भी काम कर रहा है।

जिसमें टीवी चैनल के जरिए लाइव इंटरेक्शन किया जा सकेगा। इसके लिए सरकार 12 एजुकेशनल चैनल लाने की योजना पर काम कर रही है। ये 12 चैनल पहली कक्षा से 12वीं कक्षा के लिए होंगे।

एनसीईआरटी के डायरेक्टर ऋषिकेश सेनापति ने बताया कि गाइडलाइंस को बनाने में कई संगठन लगे हैं और सोमवार तक मंत्रालय को ड्राफ्ट सौंपा जा सकता है। सेनापति के मुताबिक 'स्कूल रीओपनिंग गाइडलाइंस' में सोशल डिस्टेंसिंग पर खास जोर होगा।

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दिशानिर्देशों में इसका भी साफ उल्लेख होगा कि घर में रहने वाले छात्रों को क्या करना है। स्कूलों के पास एक विकल्प ऑनलाइन टीचिंग को जारी रखने का है। वे ऑनलाइन असाइनमेंट दे सकते हैं।

इसके साथ ही गाइडलाइंस में स्कूल प्रबंधन, शिक्षकों, अभिभावकों और छात्रों की जिम्मेदारी तय की जाएगी। परीक्षाओं को आयोजित कराने के यह सुनिश्चित करना होगा कि एक ही दिन में सभी छात्र परीक्षा में न बैठें।

सेनापति ने कहा कि गाइडलाइंस में अभिभावकों को बताया जाएगा कि बच्चों को स्कूल भेजते और उनके घर लौटते समय उन्हें किस तरह सावधानियां बरतनी हैं।

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