Pakistan Economic Crisis: पाकिस्तान की आर्थिक तंगी पर पसीजा संघ का दिल, आरएसएस नेता ने भारत सरकार को दी ये सलाह
Pakistan Economic Crisis: राष्ट्रीय स्वयंसवेक संघ के एक बड़े नेता का पाकिस्तान के संकट पर बड़ा बयान आया है। संघ के सरकार्यवाह डॉ कृष्ण गोपाल ने कुछ ऐसा कहा है, जिस पर खूब चर्चा हो रही है।
Pakistan Economic Crisis: पाकिस्तान इन दिनों अपने आर्थिक संकट को लेकर दुनियाभर की मीडिया में छाया हुआ है। दुनिया का इकलौता परमाणु शक्ति संपन्न इस्लामिक राष्ट्र फिलहाल वित्तीय मदद के लिए दर-दर की ठोंकरे खा रहा है। पश्चिम और अन्य इस्लामी मुल्कों से मिल रही ठंडी प्रतिक्रिया ने वहां के हुक्मरानों को और बेचैन कर दिया है। पड़ोसी देश में आंटे की बोरी के लिए हो रही मारामारी की खबरें भारत में भी खूब दिखाई जा रही हैं।
ऐसे स्थिति में पाकिस्तान मदद करनी चाहिए या नहीं इस पर यहां के लोगों का भी मत बंटा हुआ है। पाकिस्तान के साथ ऐतिहासिक शत्रुता के चलते कुछ लोग मदद के सख्त खिलाफ हैं तो कुछ मानवता के नाते इसके पक्षधर हैं। इस बीच राष्ट्रीय स्वयंसवेक संघ के एक बड़े नेता का पाकिस्तान के संकट पर बड़ा बयान आया है। संघ के सरकार्यवाह डॉ कृष्ण गोपाल ने कुछ ऐसा कहा है, जिस पर खूब चर्चा हो रही है।
भारत सरकार निभाए पड़ोसी होने का धर्म
आरएसएस के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल ने कहा, पाकिस्तान में आटा 250 रूपये किलो हो गया है। हमें दुख होता है। हम उन्हें आटा भेज सकते हैं। भारत 25-50 लाख टन गेहूं भी उन्हें दे सकता है। मगर वो मांगते ही नहीं, फिर भी हमें उनकी मदद करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत सरकार पड़ोसी होने का धर्म निभाना चाहिए। संघ को केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी का पितृ संगठन कहा जाता है। ऐसे में संगठन के एक बड़े नेता की ओर से आया यह बयान काफी मायने रखता है। कृष्ण गोपाल ये बातें दिल्ली में फिल्म निर्माता इकबाल दुर्रानी द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। उस दौरान संघ के सीनियर प्रचारक इंद्रेश कुमार भी मंच पर मौजूद थे।
70 साल पहले हम एक ही थे
कृष्ण गोपाल ने कहा कि यद्दपि पाकिस्तान हमसे लड़ता झगड़ता रहता है। वो हमसे 4 युद्ध भी लड़ चुका है। वो ही आक्रमण करता है। वो दिन-रात हमें अपमानित करते हैं फिर भी हम चाहते हैं कि वो सुखी रहें। हम मदद भेज सकते हैं। भारत के पास सरप्लस गेहूं है। हम दे सकते हैं, मगर वो मांगता ही नहीं है। लेकिन हमें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि आज से 70 साल पहले हम एक ही थे।
सरकार्यवाह ने आगे कहा कि हम तो चाहते हैं कि उनके यहां का एक कुत्ता भी भूखा न रहे। हम सर्वे भवन्तु सुखिन: में विश्वास करने वाले देश हैं। भारत की धरती पर कोई भी व्यक्ति भले वह जैन, सिख, वैष्णव, आर्य समाजी हो वो सर्वे भवन्तु सुखिन: के बिना अधुरा है।
पाक संकट पर जयशंकर की प्रतिक्रिया
विदेश मंत्री एस जयंशकर ने पिछले दिनों पाकिस्तान में जारी आर्थिक संकट पर भारत की स्थिति स्पष्ट कर दी थी। उन्होंने इस संकट के लिए वहां के हुक्मरानों को ही जिम्मेदार ठहराया। विदेश मंत्रालय के एक कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि अगर आप आतंक का उद्योग चलाएंगे तो इस तरह की बड़ी दिक्कतें तो आएंगी ही। जयशंकर ने आगे कहा कि पाकिस्तान को मदद देने को लेकर जब भी कोई बड़ा फैसला लिया जाएगा, इस दौरान स्थानीय जनभावना का जरूर ख्याल रखा जाएगा।