पाकिस्तान: भारतीय उच्चायोग के 8 अफसरों की पहचान उजागर, वापस बुलाएगा भारत
भारत ने इस्लामाबाद स्थित अपने उच्चायोग में तैनात आठ राजनयिकों और कर्मचारियों पर पाक द्वारा आतंकवाद में लिप्त होने के लगाए गए आरोप की कड़ी निंदा की है। इन राजनयिकों के नाम और फोटो जिस तरह से पाक मीडिया ने सार्वजनिक किए गए उस पर भी कड़ी आपति जताई है। भारत पहले ही इन अफसरों को वापस बुलाने का फैसला कर चुका है। विदेश मंत्रालय ने मिनिस्ट्री ने पाकिस्तान से इस हरकत पर विरोध जताया है। बता दें कि पाकिस्तानी उच्चायोग के एक अफसर महमूद अख्तर को कुछ दिनों पहले भारत में जासूसी के आरोप में रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया था। अख्तर को भारत ने देश छोड़ने को कहा था जबकि पाकिस्तान ने छह अफसरों को वापस बुला लिया था।
नई दिल्ली: भारत ने इस्लामाबाद स्थित अपने उच्चायोग में तैनात आठ राजनयिकों और कर्मचारियों पर पाक द्वारा आतंकवाद में लिप्त होने के लगाए गए आरोप की कड़ी निंदा की है। इन राजनयिकों के नाम और फोटो जिस तरह से पाक मीडिया ने सार्वजनिक किए गए उस पर भी कड़ी आपति जताई है। भारत पहले ही इन अफसरों को वापस बुलाने का फैसला कर चुका है। विदेश मंत्रालय ने मिनिस्ट्री ने पाकिस्तान से इस हरकत पर विरोध जताया है। बता दें कि पाकिस्तानी उच्चायोग के एक अफसर महमूद अख्तर को कुछ दिनों पहले भारत में जासूसी के आरोप में रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया था। अख्तर को भारत ने देश छोड़ने को कहा था जबकि पाकिस्तान ने छह अफसरों को वापस बुला लिया था।
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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा कि राजनयिकों के खिलाफ लगाए गए आरोप सोची समझी रणनीति का हिस्सा है। उन्होंने कोई गलत काम नहीं किया है। विकास स्वरुप ने कहा कि पिछले दिनों भारत विरोधी गतिविधियों में लिप्त पाकिस्तानी उच्चायोग के एक राजनयिक को रंगे हाथ पकडे जाने के बाद बेवजह इन्हें निशाना बनाया जा रहा है। गौरतलब है कि बुधवार सुबह दो भारतीय अफसरों की पहचान उजागर की गई। इसके बाद रात में 6 और अफसरों के बारें में भी यही किया गया।
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गुरुवार को पाक विदेश मंत्रालय के नफीस जकारिया ने एक बयान जारी कर कहा कि भारतीय उच्चायोग के कई राजनयिक और कर्मचारी अपनी राजनयिक जिम्मेदारी की आड़ में आतंकवादियों की सहायता और पाक विरोधी गतिविधियों में लिप्त है। पाक विदेश मंत्रालय ने आरोप लगाया कि पाक उच्चायोग में तैनात आठ भारतीय अधिकारी और कर्मचारी बलूचिस्तान और सिंध प्रांत में आतंकवादी और पाक विरोधी गतिविधियों में लिप्त हैंऔर इनका मकसद इन दोनों प्रांतों में अस्थिरता पैदा कर चीन पाकिस्तान कॉरिडोर को सफल नहीं होने देना है।