Parliament Session: अडानी मामले पर विपक्ष का फिर जोरदार हंगामा, लोकसभा-राज्यसभा की कल तक के लिए स्थगित
Parliament Session: अडानी मामले को लेकर लोकसभा और राज्यसभा में विपक्षी सांसदों के द्वारा नारेबाजी के बीच दोनों सदनों की कार्यवाही कल 7 फरवरी सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है।
Parliament Session: अमेरिकी वित्तीय फर्म हिंडनबर्ग रिचर्स की अडानी समूह को लेकर जारी रिपोर्ट ने भारत में सियासी तापमान चढ़ा दिया है। विपक्ष इस मामले को लेकर मोदी सरकार को घेरने की पूरी कोशिश कर रहा है। संसद का बजट सत्र जारी है लेकिन अभी तक एक दिन भी कामकाज नहीं हो पाया है। सोमवार को बजट सत्र का पांचवा दिन है। आज एकबार फिर दोनों सदनों में अडानी मामले को लेकर विपक्षी सांसदों ने जोरदार हंगामा किया। अडानी मामले को लेकर लोकसभा और राज्यसभा में विपक्षी सांसदों के द्वारा नारेबाजी के बीच दोनों सदनों की कार्यवाही कल 7 फरवरी सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है।
विपक्ष अडानी ग्रुप के वित्तीय लेन–देन की जांच जेपीसी या सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में कराने की मांग पर अड़ा हुआ है। पिछले तीन दिनों से लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही इस मांग को लेकर विपक्ष के जारी हंगामे की भेंट चढ़ चुकी है। विपक्ष के हंगामे के कारण अभी तक राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा शुरू नहीं हो पाई है।
कांग्रेस आज करेगी देशव्यापी आंदोलन
मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस अडानी समूह के मसले पर सोमवार को देशव्यापी आंदोलन करने जा रही है। पार्टी ने देश के सभी एलआईसी और एसबीआई दफ्तरों के बाहर प्रदर्शन करने का निर्णय़ लिया है। इसके अलावा कांग्रेस के लोकसभा एवं राज्यसभा सांसद संसद परिसर में मौजूद गांधी प्रतिमा के नीचे धरना देंगे।
जयराम रमेश ने सरकार पर दागे सवाल
रविवार को वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने अडानी समूह के मसले पर मोदी सरकार पर तीन सवाल दागे हैं। उन्होंने पूछा कि गौतम अडानी के भाई विनोद अडानी का नाम पनामा पेपर्स और पेंडोरा पेपर्स में आने के बावजूद कार्रवाई क्यों नहीं हुई ? हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग की ओर से कार्रवाई क्यों नहीं की गई ? केवल अडानी ग्रुप को ही हवाई अड्डों और बंदरगाहों पर एकाधिकार स्थापित करने की अनुमति कैसे दी गई ? रमेश ने कहा कि आज से हर दिन कांग्रेस पार्टी प्रधानमंत्री से तीन सवाल करेगी। बता दें कि 24 जनवरी को पब्लिश हुई हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में अडानी समूह पर कई अकाउंटिंग फ्रॉड और मनी लॉन्ड्रिंग जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं। जिसके बाद से समूह की कंपनियों के शेयर बाजार में लगातार टूट रहे हैं।