Parliament Security Breach: घटना के पीछे क्या थी मंशा, आरोपियों इस टेस्ट से हो सकता खुलासा, कोर्ट से मांगी गई इजाजत

Parliament Security Breach: दिल्ली कोर्ट ने संसद सुरक्षा उल्लंघन के कथित मास्टरमाइंड ललित झा सहित 5 लोगों की न्यायिक हिरासत 5 जनवरी तक बढ़ा दी है। कोर्ट 02 जनवरी को पॉलीग्राफ टेस्ट की अनुमति पर सुनवाई करेगा।

Report :  Viren Singh
Update:2023-12-28 13:23 IST

Parliament Security Breach (सोशल मीडिया) 

Parliament Security Breach: संसद सुरक्षा उल्लंघन करने वाले पकड़े गए आरोपियों से सटीक जानकारी हासिल करने के लिए उनका पॉलीग्राफ टेस्ट हो सकता है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने पटियाला हाउस कोर्ट में एक आवेदन दायर कर सभी आरोपियों का पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की अनुमति मांगी है। मामले की सुनवाई 2 जनवरी 2024 को होनी है। बता दें कि संसद की सुरक्षा में सेंध मारने के मामले में स्पेशल सेल ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया। इसमें दो लोगों संसद भवन के अंदर से, दो लोग संसद भवन के बारह कर रहे प्रदर्शन से व एक आरोपी को अन्य जगह से गिफ्तार किया था। ये सभी आरोपी दिल्ली पुसिल की स्पेशल सेल की हिरासत में है।

कोर्ट ने बढ़ाई आरोपियों की न्यायिक हिरासत

इससे पहले दिल्ली कोर्ट ने संसद सुरक्षा उल्लंघन के कथित मास्टरमाइंड ललित झा सहित 5 लोगों की न्यायिक हिरासत 5 जनवरी तक बढ़ा दी है। वर्ष 2001 के संसद आतंकवादी हमले की बरसी पर क्रियान्वयन से पहले महीनों तक संसद सुरक्षा उल्लंघन की सावधानीपूर्वक योजना बनाई गई थी। संसद में चल शीतकालीन सत्र के दौरान 13 दिसंबर को दो लोग सागर शर्मा और मनोरंजन डी शून्यकाल के दौरान सार्वजनिक गैलरी से लोकसभा कक्ष में कूद गये। एक सेकंड भी बर्बाद किए बिना दोनों लोग सीटों से कूदते हुए सदन के बीच में पहुंचे हुए अपने जूते से स्प्रे निकालकर लाल-पीले रंग की गैस का छिड़काव दिया। इससे सदन में भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। इस दौरान इन दोनों आरोपियों ने सदन के अंदर सत्ता विरोधी नारे भी लगाए, लेकिन इसी दौरान वहां मौजूद दो सांसदों ने उन्हें पकड़ लिया। संसद सुरक्षा में लगी फोर्स के हवाले कर दिया।

संसद के बाहर प्रदर्शन भी हुआ

उसी दिन केंद्र सरकार विरोधी नारे लगाते हुए दो लोग संसद भवन के बारह स्प्रे छिड़काव करते हुए विरोध प्रदर्शन किया था। यह लोगों को संदन की कार्यवाही के दौरान भवन के करीब जा रहे, तभी दिल्ली पुलिस दोनों को हिरासत में लेते हुए संसद थाना लेकर चली गई। इन दो प्रदर्शनकारियों की पहचान नीलम (42) और अनमोल (25) के रूप में हुई।

मुख्य आरोपी से दिल्ली पुसिल के अधिकारियों ने की पूछताछ

चारों लोगों को गुरुवार को दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की सात दिन की हिरासत में भेज दिया गया। गुरुवार रात मुख्य आरोपी ललित झा से दो पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) और अतिरिक्त पुलिस आयुक्त सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने पूछताछ की। पूछताछ में उसने पूरी घटना बताई। पूछताछ के दौरान झा ने महीनों तक संसद सुरक्षा उल्लंघन की साजिश रचने की बात स्वीकार की। ललित झा ने जांच के दौरान अधिकारियों को बताया कि योजना के दौरान एक बड़ी बाधा संसद में प्रवेश पास प्राप्त करना था। ललित झा ने सभी से पूछा था कि पास की व्यवस्था कौन कर सकता है ताकि वे आसानी से संसद में प्रवेश कर सकें। वह लगातार समाचार चैनलों के माध्यम से चल रहे घटनाक्रम और पुलिस मूवमेंट पर नजर रख रहा था।

अलग अलग राज्य से हैं आरोपी

संसद में सेंधमारी के सभी आरोपी अलग अलग राज्यों से हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, सारे आरोपी सोशल मीडिया के जरिये एक दूसरे से जुड़े थे। लोकसभा कक्ष में कूदने वाले दो आरोपियों में से एक यूपी की राजधानी लखनऊ के आलमबाग का रहना वाला है, जिसका नाम सागर है। दूसरा कूदने वाले आरोपी मनोरंजन कर्नाटक के मैसूर का रहने वाला है। दोनों लोगों बीजेपी सांसद द्वारा पास के माध्मय से सदन में गए थे और कार्यवाही के दौरान लोकसभा भवन में कूद पड़े। अन्य आरोपी नीलम हरियाणा, अमोल महाराष्ट्र, ललित बिहार और महेश राजस्थान का रहना वाला है। इस मामले की जांच के लिए छह टीमें बनाई हैं जो लखनऊ, मैसूर, कर्नाटक, राजस्थान, महाराष्ट्र और हरियाणा में आरोपियों से जुड़े स्थानों पर जाकर जांच की हैं।

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