Parliament Security Breach: ‘मोदी सरकार की नीतियों की वजह से हुई ऐसी घटना’, संसद सुरक्षा चूक पर बोले राहुल गांधी
Parliament Security Breach: राहुल गांधी ने संसद में हुई सुरक्षा चूक की घटना के लिए मोदी सरकार की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया है। बकौल राहुल बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दे इस घटना के सबसे बड़े कारण हैं।
Parliament Security Breach. संसद की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर सियासी बयानबाजी का दौर जारी है। विपक्ष लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर हमलावर है। इस घटना पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की ओर से पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने अपने बयान एक तरफ से आरोपियों का बचाव करते हुए मोदी सरकार की नीतियों को घटना के पीछे जिम्मेदार बताया है। बकौल राहुल बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दे इस घटना के सबसे बड़े कारण हैं।
क्या कहा राहुल गांधी ने ?
कांग्रेस दफ्तर पहुंचे राहुल गांधी ने पिछले दिनों संसद में हुई घटना पर कहा कि सुरक्षा में चूक हुई है। मगर ऐसा क्यों हुआ ? पूरे देश के युवा बेरोजगारी के कारण उबल रहे हैं। मोदी सरकार की नीतियों के कारण उन्हें रोजगार नहीं मिल रहा है। इस घटना के पीछे का कारण बेरोजगारी और महंगाई है।
इससे पहले समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने भी संसद में अराजकता पैदा करने वाले आरोपियों का बचाव करते हुए कहा था कि ये सभी नौजवान बेरोजगारी से दुखी थी। नौकरी-रोजगार नहीं मिल रही थी तो गूंगी-बहरी सरकार को जगाने के लिए सदन में कूद पड़े।
सदन में बयान दे अमित शाह – कांग्रेस
मुख्य विपक्षी कांग्रेस पहले दिन से इस मुद्दे पर सदन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बयान मांग रही है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि गृहमंत्री सदन में बयान नहीं देना चाहते। वह मीडिया में इस मामले पर बयान दे रहे हैं, लेकिन सदन को सुचारू रूप से चलाने के लिए सदन में नहीं बोलते हैं। वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने कहा कि इस गंभीर विषय पर गृह मंत्री का सदन के अंदर बयान ना देकर बाहर मीडिया में बयान देना संसद की अवमानना है। जब संसद का सत्र चल रहा हो तो मंत्री कभी भी गंभीर मुद्दों सदन के बाहर बयान नहीं देते। वे संसद को विश्वास में लेते हैं।
बीजेपी सांसद के पास पर घुसे से आरोपी
सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी विपक्ष के निशाने पर इसलिए भी है कि लोकसभा के दर्शक दीर्घा से नीचे सदन में कूदने वाले दोनों आरोपी सागर शर्मा और मनोरंजन डी पार्टी के ही एक सांसद द्वारा जारी किए गए पास पर यहां तक पहुंचे थे। मैसूर के सांसद प्रताप सिम्हा ने घटना वाले दिन लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से मुलाकात कर अपनी स्थिति स्पष्ट की थी। उन्होंने बताया कि आरोपी सागर शर्मा के पिता से उसकी जान-पहचान है। पिता के कारण ही वे उससे लगातार संपर्क में थे। उसने एक दिन नवनिर्मित संसद भवन देखने की इच्छा व्यक्त की थी, जिसके बाद उसे विजिटर पास जारी किया था। उसके इस इरादे के बारे में उन्हें बिल्कुल भनक नहीं थी।
बता दें कि आरोपी सागर शर्मा मूल रूप से यूपी के उन्नाव जिले का रहने वाला है। लेकिन परिवार के साथ लखनऊ में रहता था। वह यहां ई-रिक्शा चलाया करता था। उसकी मां ने बताया कि घटना से दो दिन पहले वह किसी विरोध प्रदर्शन में शामिल होने की बात कहकर घर से निकला था। आरोपी सागर इससे बेंगलुरू की यात्रा भी कर चुका था, जहां सभी आरोपी पहली बार मिले थे।