Parliament Special Session: विशेष सत्र से एक दिन पहले पत्ते खोलेगी मोदी सरकार,17 सितंबर को बुलाई सर्वदलीय बैठक
Parliament Special Session: इस बैठक के दौरान सरकार की ओर से विशेष सत्र के एजेंडे पर विपक्ष के साथ चर्चा की जा सकती है।
Parliament Special Session: मोदी सरकार की ओर से 18 सितंबर से 22 सितंबर तक संसद का विशेष सत्र बुलाया गया है मगर अभी तक सरकार की ओर से इस विशेष सत्र के एजेंडे का खुलासा नहीं किया गया है। अब सरकार ने विशेष सत्र से एक दिन पहले सर्वदलीय बैठक बुलाने का फैसला किया है। माना जा रहा है कि इस बैठक के दौरान सरकार की ओर से विशेष सत्र के एजेंडे पर विपक्ष के साथ चर्चा की जा सकती है।
केंद्र सरकार की ओर से अभी तक विशेष सत्र के एजेंडे का खुलासा न किए जाने से विपक्ष हमलावर है। विशेष रूप से कांग्रेस ने इसे लेकर मोदी सरकार पर तीखे हमले किए हैं। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक बार फिर इस मुद्दे को लेकर मोदी सरकार को घेरा है। अब सबकी निगाहें सरकार की ओर से बुलाई गई सर्वदलीय बैठक पर लगी हुई हैं।
सरकार ने भेजा विपक्ष के नेताओं को आमंत्रण
केंद्रीय संसदीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने संसद का विशेष सत्र बुलाए जाने की जानकारी दी थी और अब उन्होंने एक्स पर अपनी एक पोस्ट में सर्वदलीय बैठक बुलाने की जानकारी दी है। जोशी ने बुधवार को एक्स पर अपनी पोस्ट में लिखा कि इस महीने की 18 तारीख से संसद सत्र से पहले 17 तारीख को शाम 4.30 बजे सभी दलों के नेताओं की बैठक बुलाई गई है। इस बैठक के संबंध में सभी दलों के नेताओं को ईमेल के जरिए आमंत्रण भेजा गया है।
इस विशेष सत्र को लेकर कई दिनों से अटकलों का बाजार गर्म है। चर्चा है कि इस दौरान सरकार की ओर से एक देश-एक चुनाव, महिला आरक्षण विधेयक, संविधान संशोधन विधेयक या कोई और महत्वपूर्ण बिल पेश किया जा सकता है। हालांकि सरकार अभी तक इस बाबत कुछ भी बताने से बचती रही है। जानकारों का कहना है कि सर्दलीय बैठक के दौरान सरकार की ओर से विशेष सत्र के एजेंडे का खुलासा किया जा सकता है।
राजनाथ के घर पर विशेष सत्र को लेकर मंथन
इस बीच बुधवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस बैठक के दौरान संसद के विशेष सत्र पर गहराई से मंथन किया गया। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, अनुराग ठाकुर, अश्वनी वैष्णव समेत कई केंद्रीय मंत्रियों ने हिस्सा लिया। जानकार सूत्रों का कहना है कि इस बैठक के दौरान सरकार की ओर से अपनाई जाने वाली रणनीति पर चर्चा की गई है।
संसद के विशेष सत्र की शुरुआत 18 सितंबर को पुराने संसद भवन में होगी मगर 19 सितंबर को गणेश चतुर्थी के दिन संसद के नए भवन का श्रीगणेश होगा। इस दिन विशेष सत्र की बैठक नए संसद भवन में आयोजित की जाएगी। इस दौरान संसद के कर्मचारियों के लिए नया ड्रेस कोड लागू किया गया है जिसे लेकर कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं। ड्रेस पर कमल की आकृति को लेकर कांग्रेस ने सरकार पर हमला बोला है।
कांग्रेस और टीएमसी ने बोला हमला
इस बीच कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक बार फिर सरकार की ओर से एजेंडे का खुलासा न किए जाने पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने बुधवार को एक्स पर पोस्ट में लिखा कि आज 13 सितंबर है। संसद का पांच दिवसीय विशेष सत्र पांच दिन बाद शुरू होगा और एक व्यक्ति (शायद दूसरे को भी) को छोड़कर किसी को भी एजेंडे की जानकारी नहीं है। पिछले प्रत्येक अवसर पर जब भी विशेष सत्र या विशेष बैठकें आयोजित की जाती थीं तो कार्यसूची के बारे में पहले से जानकारी होती थी। रमेश पहले भी इस मुद्दे को लेकर सरकार पर हमला बोल चुके हैं।
टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन ने भी इस मुद्दे पर सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि केवल दो लोगों को विशेष सत्र के एजेंडे की जानकारी है और हम अभी भी खुद को संसदीय लोकतंत्र कहते हैं। अब सबकी निगाहें 17 सितंबर को होने वाली सर्वदलीय बैठक पर लगी हैं और इस बैठक के दौरान सरकार की ओर से एजेंडे का खुलासा किया जा सकता है।