Petrol Diesel Price Today: पेट्रोल-डीजल में आएगी गिरावट, कम होंगे दाम
Petrol Diesel Price Today: अंतरराष्ट्रीय बाजार की ताजा स्थिति को देखते हुए एक्सपर्ट्स का मानना है कि पेट्रोल –डीजल की कीमतों को लेकर लोगों को जल्द गुड न्यूज मिल सकती है।
Petrol Diesel Price Today: केंद्र सरकार द्वारा पिछले दिनों पेट्रोल –डीजल की कीमतों (Petrol-Diesel prices) में बड़ी गिरावट करने के बाद भी देश के अधिकांश शहरों में पेट्रोल का भाव 100 रूपये के ऊपर है। वहीं डीजल भी 100 का आंकड़ा छूने को आतुर है। लोगों के लिए राहत की बात ये है कि पिछले तीन माह से पेट्रोल –डीजल के दाम स्थिर बने हुए हैं।
हालांकि, बीच –बीच इनके कीमतों में फिर से उछाल आन की भविष्यवाणी मीडिया रिपोर्टों में आती रहती है। लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाजार की ताजा स्थिति को देखते हुए एक्सपर्ट्स का मानना है कि पेट्रोल –डीजल की कीमतों को लेकर लोगों को जल्द गुड न्यूज मिल सकती है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम सात महीने के निचले स्तर पर पहुंच गए हैं। फिलहाल कच्चे तेल का भाव 92 डॉलर प्रति बैरल है। इससे पहले फरवरी में 90 डॉलर प्रति बैरल था, जो जून आते –आते 125 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया था। इस हिसाब से पिछले तीन माह में क्रूड करीब 26 प्रतिशत कमजोर हो चुका है। महंगे ईंधन से यूरोप के विकसीत देश भी परेशान हैं। भारत में भी सरकार को लोगों को राहत देने के लिए टैक्स कम करने का निर्णय लेना पड़ा था।
3 रूपये प्रति लीटर तक की हो सकती है कमी
बाजार के जानकारों की मानें तो कच्चे तेल में गिरावट जारी रह सकती है और ये 85 डॉलर प्रति बैरल तक जा सकता है। ऐसे में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 2 से 3 रूपये की कमी आ सकती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कच्चा तेल 1 डॉलर प्रति बैरल महंगा होने पड़े देश में पेट्रोल – डीजल की कीमतें 55-60 पैसे प्रति लीटर बढ़ जाती हैं। इसी तरह इसमें 1 डॉलर की कमी होने पर पेट्रोल – डीजल के दाम भी 55-60 पैसे प्रति लीटर कम हो जाते हैं।
कच्चे तेज के भाव में आई कमी की वजह दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में आई मंदी को बताया जा रहा है। चीन और यूरोप के कई देशों की इकोनॉमी फिलहाल दवाब में है। इसके अलावा प्रतिबंध के बावजूद रूसी तेल बड़े पैमाने पर अंतरराष्ट्रीय बाजार में पहुंच रहा है। यही वजह है कि आने वाले दिनों में कच्चे तेल के भाव और टूटने की संभावना जताई जा रही है।
22 मई से देश में दाम स्थिर
मई माह में जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत आसमान छू रहा था, तब भारतीय तेल कंपनियों को खासा नुकसान हो रहा था। उपभोक्ताओं पर पहले ही काफी बोझ डाला जा चुका था। ऐसे में 22 मई को केंद्र सरकार ने बड़ा निर्णय़ लेते हुए पेट्रोल और डीजल पर एक्साइड ड्यूटी कम की थी। पेट्रोल पर एक्साइड ड्यूटी 8 रूपये और डीजल पर घटा दिया गया था। तब से कीमतों न कोई बढ़ोतरी हुई है औऱ न ही कटौती।