कौन हैं पीएम मोदी के सबसे भरोसेमंद अफसर प्रमोद कुमार मिश्रा, फिर मिली PM के प्रधान सचिव पद की बड़ी जिम्मेदारी

PK Mishra: मोदी सरकार ने एक बार फिर डॉ.प्रमोद कुमार मिश्रा को पूर्व की भांति प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पद की जिम्मेदारी सौंपी है। आइए, जानते हैं कौन हैं पीके मिश्रा।

Report :  Anshuman Tiwari
Update: 2024-06-13 14:20 GMT

PK Mishra: प्रधानमंत्री के रूप में अपनी तीसरी पारी के दौरान नरेंद्र मोदी शासन व्यवस्था में कोई बड़ा बदलाव करने के मूड में नहीं दिख रहे हैं। पहले उन्होंने प्रमुख मंत्रालयों में अपने पुराने विश्वसनीय सहयोगियों को ही बरकरार रखा और अब उन्होंने देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और अपने प्रधान सचिव को लेकर भी कोई बदलाव न करने का फैसला किया है। प्रधानमंत्री के रूप में मोदी की तीसरी पारी के दौरान अजीत डोभाल राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बने रहेंगे जबकि डॉ.प्रमोद कुमार मिश्रा पूर्व की भांति प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पद की जिम्मेदारी संभालेंगे।

गुजरात कैडर के आईएएस अफसर रहे हैं मिश्रा

प्रधानमंत्री मोदी के प्रधान सचिव के रूप में प्रमोद कुमार मिश्रा उर्फ पीके मिश्रा की नियुक्ति पहली बार 2019 में की गई थी। उन्होंने नृपेंद्र मिश्रा की जगह प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पद की जिम्मेदारी संभाली थी। इस बार भी प्रधानमंत्री मोदी ने मिश्रा पर ही भरोसा बनाए रखा है और उन्हें अपने प्रधान सचिव की बड़ी जिम्मेदारी सौंप दी है। प्रमोद कुमार मिश्रा गुजरात कैडर के 1972 बैच के रिटायर्ड आईएएस अफसर हैं। प्रधानमंत्री मोदी के प्रधान सचिव बनने से पहले मिश्रा कई महत्वपूर्ण पदों की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। वे पीएम के एडिशनल प्रिंसिपल सेक्रेटरी, कैबिनेट मंत्री की रैंक पर और सेक्रेट्री, एग्रीकल्चर एंड कोऑपरेशन भी रह चुके हैं। उनका एकेडमिक कॅरियर भी काफी शानदार रहा है और उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ ससेक्स से इकोनॉमिक्स/ डेवलपमेंट स्टडीज में पीएचडी कर रखी है। उन्हें संयुक्त राष्ट्र का एक महत्वपूर्ण पुरस्कार भी मिल चुका है।

गुजरात में भी किया था मोदी के साथ काम

प्रधानमंत्री मोदी का प्रमोद कुमार मिश्रा पर भरोसा यूं ही नहीं है। दरअसल देश के प्रधानमंत्री पद की जिम्मेदारी संभालने से पूर्व पीएम मोदी ने लंबे समय तक गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में भी काम किया था। इस दौरान प्रमोद कुमार मिश्रा मोदी का भरोसा जीतने में कामयाब हुए थे। जिस समय मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, उस दौरान 2001 से 2004 तक प्रमोद कुमार मिश्रा ने उनके प्रधान सचिव पद की जिम्मेदारी संभाली थी। यही कारण था कि 2019 में नृपेंद्र मिश्रा के हटने पर प्रमोद कुमार मिश्रा को प्रधानमंत्री मोदी के प्रधान सचिव पद की बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इस बार मोदी ने प्रधानमंत्री के रूप में अपनी तीसरी पारी शुरू की है और इस बार भी मोदी ने पूरे भरोसे के साथ प्रमोद कुमार मिश्रा को बड़ी जिम्मेदारी देते हुए अपने साथ जोड़े रखा है।

प्रधान सचिव की भूमिका काफी महत्वपूर्ण

कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने 10 जून से प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव के रूप में प्रमोद कुमार मिश्रा की नियुक्ति को मंजूरी दी है। उनकी नियुक्ति प्रधानमंत्री के कार्यकाल के साथ या अगले आदेश तक जो भी पहले हो, तक रहेगी। अपने कार्यकाल के दौरान उन्हें वरीयता तालिका में कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया जाएगा। अमित खरे और तरुण कपूर को प्रधानमंत्री कार्यालय में प्रधानमंत्री के सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया है। प्रधानमंत्री कार्यालय में प्रधान सचिव पद की बड़ी भूमिका मानी जाती रही है। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कार्यकाल में प्रधान सचिव पद का सृजन किया गया था। कई चर्चित अफसर अभी तक इस महत्वपूर्ण पद पर काम कर चुके हैं। प्रधान सचिव प्रधानमंत्री कार्यालय का प्रमुख होता है। ऐसे में देश और विभिन्न प्रदेशों से जुड़े बड़े फैसलों में उसकी भूमिका काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है।

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